आजकल माता-पिता बच्चों को चुप कराने के लिए उन्हें टीवी या मोबाइल दे देते हैं, लेकिन इससे उनके शारीरिक और मानसिक विकास पर बुरा असर पड़ता है।
आजकल माता-पिता बच्चों को चुप कराने के लिए टीवी या मोबाइल दे देते हैं, लेकिन इसका उनके दिमाग पर बहुत बुरा असर पड़ता है। इससे बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास पर गहरा प्रभाव पड़ता है।
क्या फोन या टीवी देखना बच्चों के लिए खतरनाक है?
आजकल छोटे बच्चे भी अपने खुद के मोबाइल और टैबलेट इस्तेमाल करने लगे हैं, लेकिन हेल्थ एक्सपर्ट का कहना है कि इसका अधिक उपयोग उनकी सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है। विशेषज्ञ लगातार चेतावनी दे रहे हैं कि बच्चों की स्क्रीन टाइम को कम किया जाए, क्योंकि इससे उनके मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है। इसलिए बच्चों को लंबे समय तक फोन या टीवी नहीं देखना चाहिए।
डॉक्टर बताते हैं क्यों बच्चों के लिए स्क्रीन टाइम खतरनाक है
मोबाइल और स्क्रीन टाइम बच्चों के लिए बहुत खतरनाक हो सकता है, क्योंकि यह उनके मानसिक और शारीरिक विकास को प्रभावित करता है। छोटी उम्र में मोबाइल और टीवी पर ज्यादा समय बिताने से बच्चों की पर्सनालिटी डेवेलपमेंट पर असर पड़ता है। सबसे बुरी बात यह है कि बच्चों का सोशल सर्कल घट रहा है और वे कम दोस्त बना रहे हैं, जिसका एक कारण कोरोनावायरस महामारी भी हो सकता है।
बच्चों के लिए फोन या टीवी—क्या है ज्यादा नुकसानदायक?
बच्चों के लिए टीवी और मोबाइल दोनों ही बहुत खतरनाक हो सकते हैं। ज्यादा स्क्रीन टाइम बच्चों की सोचने-समझने की शक्ति को कमजोर कर देता है।
ज्यादा फोन और टीवी देखने से बच्चों का दिमाग कमजोर हो सकता है और उनकी सोचने की क्षमता कम हो जाती है। बच्चों को यह समझाना जरूरी है कि फोन कितनी हानिकारक हो सकती है और उन्हें नियमित रूप से टीवी देखने की आदत डालनी चाहिए।