भारत ने चेन्नई में खेले गए पहले टेस्ट मैच में बांग्लादेश को 280 रन से हराकर दो मैचों की श्रृंखला में 1-0 की बढ़त बना ली। जीत के लिए बांग्लादेश को 515 रन का लक्ष्य दिया गया था,

लेकिन उनकी दूसरी पारी 234 रन पर सिमट गई। भारत ने चौथे दिन बेहतरीन गेंदबाजी का प्रदर्शन किया और बांग्लादेश को जल्दी समेट कर बड़ी जीत हासिल की।

ऋषभ पंत ने दिसंबर 2022 की भीषण कार दुर्घटना से उबरने के बाद अपने पहले टेस्ट मैच में छठा शतक जड़कर जोरदार वापसी की। बांग्लादेश के खिलाफ चेन्नई में खेले गए इस टेस्ट में पंत ने शानदार बल्लेबाजी का प्रदर्शन किया। यह उनके लिए खास तौर पर भावुक पल था

, क्योंकि दुर्घटना के बाद यह उनकी पहली टेस्ट पारी थी। मैच के बाद पंत ने कहा कि वह टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा सहज महसूस करते हैं और यह फॉर्मेट उनके दिल के बेहद करीब है।

ऋषभ पंत ने बांग्लादेश के खिलाफ दो मैचों की श्रृंखला के पहले टेस्ट मैच के तीसरे दिन शानदार 109 रन की पारी खेलकर अपने टेस्ट करियर में वापसी को यादगार बना दिया।

उनके साथ शुभमन गिल ने नाबाद 119 रन की पारी खेली। दोनों बल्लेबाजों की शतकीय पारियों की बदौलत भारत ने अपनी दूसरी पारी चार विकेट पर 287 रन पर घोषित की, जिससे बांग्लादेश के सामने 515 रन का विशाल लक्ष्य रखा गया। बांग्लादेश की टीम दूसरी पारी में 234 रन पर सिमट गई, और भारत ने इस मैच को 280 रन के बड़े अंतर से जीत लिया।

मैच खत्म होने के बाद ऋषभ पंत ने अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा, “यह शतक मेरे लिए खास है क्योंकि मुझे चेन्नई में खेलना बहुत पसंद है। चोट के बाद मेरी ख्वाहिश थी कि मैं तीनों प्रारूपों में खेलूं, और यह मेरा पहला टेस्ट था।

उम्मीद करता हूं कि आने वाले दिनों में और बेहतर प्रदर्शन करूंगा। यह मेरे लिए भावनात्मक पल था, क्योंकि मैं हर मैच में रन बनाना चाहता था, जो हमेशा संभव नहीं हो पाया। लेकिन मैं टेस्ट क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन करना चाहता हूं, क्योंकि इस प्रारूप में मैं सबसे ज्यादा सहज महसूस करता हूं। मैदान पर रहने का आनंद किसी और चीज से ज्यादा है।

ऋषभ पंत ने बांग्लादेश के खिलाफ 128 गेंदों की शानदार पारी में 13 चौके और चार छक्के जड़े। उन्होंने शुभमन गिल के साथ मिलकर चौथे विकेट के लिए 167 रन की महत्वपूर्ण साझेदारी की, जिसने भारत को मजबूत स्थिति में पहुंचाया।

पंत ने अपनी पारी के बाद कहा, “मुझे नहीं पता कि बाहर के लोग क्या कह रहे थे, लेकिन मैं परिस्थिति के अनुसार खेलना चाहता था। जब आप 30 रन के आसपास तीन विकेट खो देते हैं, तो साझेदारी करना बहुत जरूरी हो जाता है। मैंने और गिल ने यही किया और टीम को मजबूती दी।”

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