अहमदाबाद की क्राइम ब्रांच ने एक ठग को गिरफ्तार कर बड़ी सफलता हासिल की है। इस आरोपी पर धोखाधड़ी के कई मामले दर्ज हैं और वह केंद्रीय एजेंसी का अधिकारी बनकर लोगों को ठगता था।
केंद्रीय एजेंसी का अधिकारी बनकर ठगी करने वाले आरोपी की गिरफ्तारी
अहमदाबाद क्राइम ब्रांच ने 34 वर्षीय भरत छाबड़ा को गिरफ्तार किया है, जो केंद्रीय एजेंसी का अधिकारी बनकर लोगों को ठगता था। भरत छाबड़ा हरियाणा के करनाल का रहने वाला है। पुलिस को उसकी तलाश डेढ़ महीने से थी, और उसे करनाल के सेक्टर-13 से गिरफ्तार कर अहमदाबाद लाया गया है।
भरत छाबड़ा ने होटल का बिल चुकाने से किया इनकार
अहमदाबाद क्राइम ब्रांच के डिप्टी एसपी भरत पटेल ने बताया कि अगस्त के पहले हफ्ते में भरत छाबड़ा पर तीन अपराध दर्ज किए गए थे। छाबड़ा, जो हरियाणा के करनाल का निवासी है, ने खुद को केंद्रीय सरकार का अधिकारी बताकर अहमदाबाद के एक होटल में ठहराया। उसने अपने प्रभावशाली और ताकतवर होने का दावा करके होटल का बिल चुकाने से मना कर दिया। ऐसा दो-तीन बार होने के बाद होटल के मैनेजर अनिल सिंह वाघेला ने उसकी शिकायत दर्ज कराई।
भरत छाबड़ा ने जेल से छुड़ाने के नाम पर 22 लाख की ठगी की
डिप्टी एसपी भरत पटेल के मुताबिक, भरत छाबड़ा के खिलाफ तीन एफआईआर दर्ज की गई हैं। दूसरी एफआईआर सरदार नगर के भरत संतवानी ने दर्ज कराई, जिसमें आरोप है कि छाबड़ा ने उनके दस्तावेजों के साथ छेड़छाड़ की। तीसरी एफआईआर प्रशांत तमंचे ने दर्ज कराई, जिसमें कहा गया कि छाबड़ा ने उसे धोखा देते हुए 22 लाख रुपये लिए, यह कहकर कि वह उसके पिता को जेल से रिहा करवा देगा क्योंकि उसकी उच्च अधिकारियों तक पहुंच है।
डिप्टी एसपी ने बताया कि छाबड़ा विभिन्न धोखाधड़ी की घटनाओं में शामिल था। उसे 7 सितंबर को करनाल से गिरफ्तार किया गया। भरत पटेल ने मीडिया को बताया कि छाबड़ा एक शातिर ठग है, जो सरकारी अधिकारियों और बड़े नेताओं के कार्यक्रमों में जाकर उनके साथ फोटो खिंचवाता था। ये फोटो दिखाकर वह लोगों को यह विश्वास दिलाता था कि उसकी उच्च अधिकारियों और नेताओं से अच्छी पहचान है और वह उनका काम करवा सकता है।