एक हैरान करने वाले फर्जीवाड़े में बेरोजगार युवक के नाम पर झूठी कंपनी बना दी गई, और 250 करोड़ रुपये से ज्यादा की GST चोरी की गई है।
नौकरी का झांसा देकर एक बेरोजगार युवक के नाम पर फर्जी कंपनी बना दी गई, और उसके नाम पर 257 करोड़ रुपये की GST चोरी की गई। डिजिटल स्कैमर्स अब नए-नए तरीके अपनाकर लोगों को लूट रहे हैं—लॉटरी, डिलीवरी, और अब नौकरी के नाम पर।
यूपी के मुजफ्फरनगर जिले में एक बेरोजगार युवक के साथ नौकरी के नाम पर बड़ा फर्जीवाड़ा हुआ। वॉट्सऐप के जरिए उससे डॉक्यूमेंट मांगकर स्कैमर्स ने उसके नाम पर एक फर्जी कंपनी बना दी। युवक को धोखाधड़ी का पता तब चला जब GST विभाग ने उसके घर 257 करोड़ रुपये की GST बकाए का नोटिस भेजा।
यूपी के मुजफ्फरनगर में एक बेरोजगार युवक के साथ नौकरी के बहाने बड़ा फर्जीवाड़ा हुआ। युवक को वॉट्सऐप पर नौकरी का मैसेज मिला, जिसमें डॉक्यूमेंट्स और 1750 रुपये मांगे गए। उसने अपने आधार कार्ड समेत सभी डॉक्यूमेंट्स भेज दिए, लेकिन नौकरी तो नहीं मिली। इसके बजाय, स्कैमर्स ने उसके नाम पर एक फर्जी कंपनी बना दी और 257 करोड़ रुपये की GST चोरी कर दी। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।
क्या आप भी कर रहे हैं यह गलती?
1. प्राइवेट जानकारी को शेयर न करें : लोन, क्रेडिट कार्ड आदि के नाम पर अपनी आधार कार्ड, पैन कार्ड जैसी निजी जानकारियां किसी के साथ भी शेयर न करें।
2. फोटोकॉपी का इस्तेमाल करें : अगर दस्तावेज शेयर करना ही पड़े, तो उसकी फोटोकॉपी दें और साफ-साफ लिखें कि यह दस्तावेज किस काम के लिए दिया गया है।
3. आधार कार्ड को मास्क करें : पूरा आधार नंबर शेयर करने के बजाय मास्क्ड आधार कार्ड का उपयोग करें, जिसमें केवल आखिरी चार डिजिट होते हैं। मास्क्ड आधार कार्ड आप आधार की वेबसाइट से प्राप्त कर सकते हैं।
4. बायोमैट्रिक को लॉक करें : अपनी बायोमैट्रिक जानकारी को लॉक कर सकते हैं ताकि उसका गलत इस्तेमाल न हो।
5. फर्जी कॉल्स और मैसेज से बचें : वाट्सऐप या अन्य प्लेटफॉर्म पर आने वाले फर्जी कॉल्स और मैसेज को नजरअंदाज करें।
6. रिपोर्ट करें : अगर आपको फर्जी कॉल्स या मैसेज मिलें, तो उन्हें सरकार के Chakshu पोर्टल पर रिपोर्ट करें।
इन सावधानियों को अपनाकर आप अपनी निजी जानकारी को सुरक्षित रख सकते हैं और धोखाधड़ी से बच सकते हैं।