गाजियाबाद के वसुंधरा में रहने वाले एक शख्स ने खुद को IAS अफसर बताकर झूठा दावा किया कि उसके गृह मंत्रालय के अधिकारियों से अच्छे रिश्ते हैं। इस धोखाधड़ी में उसने एक व्यक्ति से सरकारी नौकरी और ठेके दिलाने के नाम पर साढ़े 5 करोड़ रुपये हड़प लिए।
गाजियाबाद के वसुंधरा सेक्टर-15 में एक व्यक्ति ने खुद को IAS अधिकारी बताकर 5.50 करोड़ रुपये हड़प लिए। आरोपी ने कहा कि उसके गृह मंत्रालय के अधिकारियों से अच्छे रिश्ते हैं और वह पीड़ित के परिवार के लिए सरकारी नौकरी और बड़े टेंडर दिला देगा। इस मामले में कोर्ट के आदेश पर इंदिरापुरम थाने में रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। एसीपी स्वतंत्र देव सिंह ने बताया कि शिकायत की जांच की जा रही है और आगे की कार्रवाई की जाएगी।
वसुंधरा सेक्टर-15 के निवासी अहमद रिजवी ने पुलिस को शिकायत दी है कि उनकी मुलाकात एक शख्स से हुई, जिसने खुद को गृह मंत्रालय का अधिकारी प्रदीप शर्मा बताया। प्रदीप ने कहा कि वह नोएडा के एफ-44 सेक्टर 41 में रह रहा है और उसके गृह मंत्रालय के अधिकारियों से अच्छे रिश्ते हैं।
आरोप है कि प्रदीप शर्मा ने अहमद रिजवी को विश्वास दिलाया कि वह उन्हें इलाहाबाद हाई कोर्ट में असिस्टेंट रिव्यू ऑफिसर की नौकरी और गृह मंत्रालय से कारों का टेंडर दिला देगा। इसके झांसे में आकर अहमद ने उसे 5.50 करोड़ रुपये दे दिए। इस लेन-देन के दौरान अहमद की बहन और बहनोई भी वहां मौजूद थे।
आरोपी ने अहमद रिजवी को नौकरी का झूठा कॉल लेटर भी दे दिया।
रिजवी ने पुलिस को बताया कि उन्होंने आरोपी प्रदीप शर्मा को अक्टूबर 2021 में पैसे दिए थे और उसने जून 2022 तक काम पूरा करने का भरोसा दिलाया था। इसी दौरान, प्रदीप ने उन्हें एक फर्जी कॉल लेटर भी दिया। तय समय सीमा के बाद जब रिजवी ने छानबीन की, तो पता चला कि प्रदीप वास्तव में IAS अफसर नहीं है। जब रिजवी ने अपने पैसे वापस मांगे, तो प्रदीप ने उन्हें धमकी दी। रिजवी ने इंदिरापुरम पुलिस को शिकायत की, लेकिन पहले केस दर्ज नहीं हुआ। फिर कोर्ट की मदद से इंदिरापुरम पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की है।