एक शख्स ने अपनी पत्नी की हत्या कर दी और पांच साल तक पुलिस से छिपा रहा। लेकिन जब उसने अपने दोस्त को यही सलाह दी, तो उसका राज खुल गया। अब पुलिस ने उसे और उसके दोस्त को गिरफ्तार कर लिया है। यह डबल मर्डर की कहानी पूरी तरह से फिल्म दृश्यम जैसी है।
नई दिल्ली: अगर आपने अजय देवगन की फिल्में दृश्यम और दृश्यम-2 देखी हैं, तो आपको याद होगा कि कैसे इन फिल्मों में हत्या की वारदात को छुपाया जाता है। आज हम आपको एक ऐसे केस के बारे में बताने जा रहे हैं, जो इन फिल्मों की तरह ही है। फर्क सिर्फ इतना है कि रियल लाइफ में मुजरिम पकड़ा गया और अब सलाखों के पीछे है। ये कहानी है एक ऐसे शख्स की, जिसने अपनी बीवी की हत्या के बाद पांच साल तक पुलिस से छिपा रहा। उसकी पोल तब खुली, जब उसने अपने दोस्त को भी वही सलाह दे दी, जो उसने अपनी बीवी के साथ किया था। आइए, जानते हैं पूरी कहानी।
12 अगस्त 2024 की रात करीब 9 बजे बेंगलुरु के मदनायकनहल्ली इलाके में पुलिस को एक फोन आया। फोन करने वाले ने बताया कि उनकी जान-पहचान की एक महिला की हत्या हो गई है, और इसका दोषी उसके पति उमेश है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर उमेश को गिरफ्तार कर लिया। उमेश ने उसी दिन अपनी पत्नी का कत्ल कर शव को 60 किलोमीटर दूर मगदी इलाके में दफन कर दिया था। अब सवाल यह है कि उमेश ने ऐसा क्यों किया
अवैध संबंधों के शक में की पत्नी की हत्या ।
पुलिस के मुताबिक, उमेश बेंगलुरु के पास मदनायकनहल्ली में रहता था और एक ट्रैवल एजेंसी में काम करता था। उसकी शादी ललिता से छह साल पहले हुई थी, और उनका एक पांच साल का बेटा भी है। दो साल पहले, ललिता के किसी और से अवैध संबंध होने के शक में दोनों अलग हो गए थे, और ललिता ने तलाक के लिए अर्जी दी थी, जिससे उमेश नाराज था। 12 अगस्त को उमेश ने ललिता को मगदी के पास मिलने के लिए बुलाया ताकि वे अपने रिश्ते को सुलझा सकें। ललिता ने अपनी दोस्त का स्कूटर उधार लिया और उमेश से मिलने गई। जाते समय, उसने अपनी लाइव लोकेशन अपनी दोस्त के साथ शेयर की थी।
लाइव लोकेशन के जरिए मिली ललिता की लाश।
शाम 6:17 बजे ललिता की लाइव लोकेशन होन्नापुर झील के पास बंद हो गई, और उसके बाद उसका फोन भी बंद आ रहा था। उसी रात, उमेश ललिता की दोस्त के घर स्कूटर लौटाने आया और बताया कि उसने ललिता को बस स्टैंड पर छोड़ दिया था। लेकिन कुछ देर बाद, उमेश ने ललिता की दोस्त के पति को फोन कर हत्या की बात कबूल कर ली और लाइव लोकेशन डिलीट करने के लिए कहा। ललिता की दोस्त और उसके पति ने पुलिस में शिकायत दर्ज करा दी। पुलिस ने लाइव लोकेशन की मदद से जंगल में ललिता की लाश खोज ली और उमेश को गिरफ्तार कर लिया।
आखिर उमेश ने 60 किलोमीटर दूर जाकर हत्या क्यों की?
पुलिस ने उमेश को गिरफ्तार तो कर लिया, लेकिन यह नहीं समझ पाई कि उसने हत्या अपने घर से इतनी दूर जाकर क्यों की, जबकि वह इसे पास के जंगलों में भी कर सकता था। जब पुलिस ने उमेश से पूछताछ की, तो उसने बताया कि उसके दोस्त किरण कुमार ने उसे यह सलाह दी थी। इसके बाद पुलिस ने किरण कुमार को ढूंढना शुरू किया और थोड़ी देर की कोशिश के बाद उसे भी गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस को किरण पर शक कैसे हुआ?
शुरुआत में पुलिस ने किरण कुमार को उमेश की पत्नी की हत्या में मदद करने के आरोप में जेल भेज दिया। लेकिन पुलिस की नजरें तब खुलीं, जब उन्होंने देखा कि किरण के जेल में रहने के कई दिन बाद भी उसके परिवार से कोई भी उससे मिलने नहीं आया। जब पुलिस ने किरण से इसके बारे में पूछा, तो उसने बताया कि उसकी पत्नी पूजा पांच साल पहले उसे और उनकी दो साल की बेटी को छोड़कर चली गई थी।
पुलिस ने शक के चलते उसकी सास गौरम्मा से भी पूछताछ की। गौरम्मा ने बताया कि किरण ने उसे कहा था कि पूजा पांच साल पहले भाग गई थी और उसने पुलिस में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई थी। लेकिन जब पुलिस ने रिकॉर्ड चेक किया, तो पूजा की गुमशुदगी की कोई शिकायत नहीं मिली।
पांच साल पहले की घटना का खुलासा
पुलिस ने किरण कुमार से फिर से पूछताछ की। उसने बताया कि शिकायत दर्ज कराने के वक्त उसके दो दोस्त भी उसके साथ थे। लेकिन जब पुलिस ने उन दोस्तों से पूछताछ की, तो उन्होंने ऐसी किसी घटना से इनकार कर दिया। इसके बाद पुलिस ने किरण से सख्ती से पूछताछ की।
किरण टूट गया और स्वीकार कर लिया कि उसने 1 मई 2019 को अपनी पत्नी पूजा की हत्या की थी। उसने कहा कि दोनों के बीच घरेलू विवाद था और गुस्से में आकर उसने पूजा का गला घोंट दिया। इसके बाद, फिल्म ‘दृश्यम’ की तरह, उसने पूजा की लाश को मगदी के पास जंगल में दफना दिया और अपने परिवार को बताया कि पूजा किसी और के साथ भाग गई है।
दृश्यम-2 की तरह अपने काम को छुपाने की कोशिश ।
किरण ने दिखावे के लिए एक फर्जी शिकायत की कॉपी बनाई, जिसे वह अपनी सास को दिखाता रहता था। धीरे-धीरे परिवार ने पूजा के बारे में पूछना बंद कर दिया। इस दौरान, किरण चुपके से पूजा की कब्र पर जाता रहा।
2021 में, वन विभाग ने उसी जंगल में खाई खोदने का काम शुरू किया ताकि जानवर गांव में न आ सकें। किरण को डर लगा कि कहीं पूजा की लाश का राज न खुल जाए। इस बार उसने दृश्यम-2 की तरह अपनी योजना बनाई: उसने पूजा की कब्र से हड्डियां और दांत निकालकर उन्हें जला दिया और राख को एक खेत में दफना दिया।
हालांकि, उसकी साजिश का पर्दाफाश हो गया। 26 अगस्त को, किरण की सास की शिकायत पर पुलिस ने उसके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया।