हजरतगंज स्थित हलवासिया कॉमर्स के एक छात्र ने आठवीं मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली। जानकारी के अनुसार, आत्महत्या से पहले छात्र ने अपनी सहपाठी को कई बार कॉल किया,
लेकिन जब उसे कोई जवाब नहीं मिला, तो उसने वॉट्सऐप पर मैसेज भी किया। जब फिर भी कोई प्रतिक्रिया नहीं आई, तो दुखी होकर छात्र ने आत्मघाती कदम उठा लिया।
यह घटना न केवल एक गंभीर मानसिक स्वास्थ्य मुद्दे को उजागर करती है, बल्कि छात्रों के बीच संचार और समर्थन की आवश्यकता को भी दर्शाती है।
स्थानीय पुलिस और प्रशासन मामले की जांच कर रहे हैं ताकि आत्महत्या के कारणों को समझा जा सके और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाए जा सकें।
लखनऊ से एक दुखद घटना सामने आई है, जहां आदित्य दुबे नाम के एक छात्र ने हजरतगंज स्थित हलवासिया कॉमर्स हाउस की आठवीं मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या से पहले उसने एक लड़की को वॉट्सऐप पर कई संदेश भेजे, जिसमें उसने कहा, “तुम मुझे अवॉइड कर रही हो। ऐसा मत करो। मुझे अच्छा नहीं लग रहा है। मैं आत्महत्या कर लूंगा।”
पुलिस के अनुसार, आदित्य आईआईटी-जेईई की तैयारी कर रहा था, और यह माना जा रहा है कि उसने एक विवाद के बाद यह गंभीर कदम उठाया। मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और इस घटना के कारणों को समझने का प्रयास कर रही है। यह घटना मानसिक स्वास्थ्य और छात्रों के बीच संबंधों के महत्व को रेखांकित करती है।
जानकीपुरम में विनय दुबे अपनी पत्नी, बेटे और बेटी के साथ रहते हैं। वह नोएडा में एक कंपनी में लीगल एडवाइजर के रूप में कार्यरत हैं। उनका 17 वर्षीय बेटा, आदित्य दुबे, हलवासिया कॉमर्स हाउस बिल्डिंग के पास स्थित एक कोचिंग सेंटर से आईआईटी-जेईई की तैयारी कर रहा था।
पुलिस के अनुसार, आदित्य शनिवार तड़के उठकर अपनी बहन से दोस्त से मिलने जाने की बात कहकर घर से निकल गया। सीसीटीवी फुटेज में उसे सुबह 4:45 बजे हलवासिया कॉमर्स हाउस बिल्डिंग के पास देखा गया। वहां से वह बिल्डिंग के पीछे बने फायर एग्जिट के लिए लोहे की सीढ़ियों के माध्यम से छत पर पहुंचा, जहां उसने आत्महत्या का कदम उठाया।
यह घटना न केवल परिवार के लिए एक बड़ा सदमा है, बल्कि पूरे समुदाय में मानसिक स्वास्थ्य और छात्रों की मानसिक स्थिति के प्रति जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता को भी दर्शाती है। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है, और इस घटना के पीछे के कारणों को समझने का प्रयास कर रही है।
काफी देर तक छत पर बैठा रहा
छत पर पहुंचने के बाद, आदित्य दुबे ने अपनी कोचिंग साथी छात्रा को बार-बार कॉल करना शुरू किया। कई प्रयासों के बावजूद जब छात्रा ने फोन नहीं उठाया, तो उसने वॉट्सऐप पर टेक्स्ट और वॉयस मैसेज भेजे। इन मैसेज में उसने छात्रा से अनुरोध किया कि वह उसे अवॉइड न करे और अपनी चिंता व्यक्त की, यह कहते हुए कि उसे अच्छा नहीं लग रहा है। उसने कई भावुक संदेश भी भेजे, जिनमें उसने अपनी भावनाएं साझा कीं।
छत पर पहुंचना नहीं है आसान
बिल्डिंग के गार्ड ने जब युवक के गिरने की सूचना पुलिस को दी, तो इंस्पेक्टर हजरतगंज विक्रम सिंह ने तत्काल कार्रवाई करते हुए पुलिस टीम को मौके पर भेजा। पुलिस ने आदित्य को तुरंत सिविल अस्पताल ले जाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
जांच के लिए फोरेंसिक टीम को भी बुलाया गया। छत से आदित्य का मोबाइल फोन, बैग में किताबें और अन्य सामान बरामद किया गया। पुलिस के अनुसार, फायर एग्जिट वाली सीढ़ी पर छत पर जाने के लिए रास्ता जाली लगाकर ब्लॉक किया गया था, जिससे यह संकेत मिलता है कि छत पर पहुंचना आसान नहीं था।
पुलिस का मानना है कि आदित्य संभवतः जाली फांदकर छत पर पहुंचा होगा। इस मामले की गहराई से जांच करने के लिए कई सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी एकत्र की गई है, जिससे घटना के समय की स्थिति का सही पता लगाया जा सके। पुलिस अब सभी पहलुओं की जांच कर रही है ताकि इस दुखद घटना के कारणों को स्पष्ट किया जा सके।