आगरा अपराध समाचार:

आगरा के एक निजी स्कूल में एक गंभीर घटना सामने आई है, जहां कक्षा 9 के छात्र को तीन दिन तक पीटा गया। छात्र बिना सूचना के स्कूल से बाहर चला गया था, और जब वह लौटकर आया, तो शिक्षकों ने उसे डंडों से पीटा।

 

इस मामले में शिकायतकर्ता छात्र के पिता ने भी प्रिंसिपल के खिलाफ शिकायत की थी, लेकिन इसके बावजूद प्रिंसिपल ने बच्चे को और मारा। इस घटनाक्रम के बाद, पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है।

यह घटना अत्यंत गंभीर है, क्योंकि इसमें शारीरिक दंड और अभद्रता की घटना सामने आई है, जो बच्चों की सुरक्षा और उनकी अधिकारों के खिलाफ है। पुलिस की जांच से उम्मीद है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे।

उत्तर प्रदेश आगरा के एक निजी स्कूल में छात्र को 3 दिन तक पीटे जाने का मामला सामने आया है। कक्षा 9 का छात्र बिन बताए स्कूल के गेट से बाहर चला गया। लौटने पर उसे शिक्षकों ने डंडों से पीट दिया।

बच्चे की पीठ पर निशान देखकर जब पिता ने शिकायत की तो उनके सामने ही स्कूल के प्रिंसिपल ने उसे डंडों से पीटा। अगले दिन जब छात्र स्कूल गया तो फिर से छात्र की पिटाई की गई।

शिक्षकों की इस बर्बरता से आहत पिता ने थाने में केस दर्ज कराया है। पिता का कहना है कि छात्र को एक कान से कम सुनाई दे रहा है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।

बच्चे की पीठ पर चोट के निशान देखकर उसके पिता ने शिकायत की। इस दौरान, स्कूल के प्रिंसिपल ने भी छात्र को डंडों से पीटा। इसके बाद, जब छात्र अगले दिन स्कूल गया, तो उसे फिर से पिटाई का शिकार होना पड़ा।

पिता का आरोप है कि स्कूल में इस बर्बरता की घटनाओं से छात्र की एक कान से सुनने की क्षमता कम हो गई है। इस गंभीर मामले को लेकर पिता ने थाने में केस दर्ज कराया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की उम्मीद जताई जा रही है।

यह घटना शिक्षकों की जिम्मेदारी और बच्चों की सुरक्षा के संदर्भ में गंभीर सवाल उठाती है। पुलिस की जांच और कानूनी कार्रवाई से उम्मीद है कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे।

आगरा के थाने जगदीशपुरा बोदला क्षेत्र में:

जितेंद्र राजपूत ने अपने 13 वर्षीय बेटे सौरभ के साथ हुए अत्याचार की शिकायत की है। सौरभ, जो पश्चिमपुरी रोड स्थित गौतम श्रीषि इंटर कालेज में कक्षा 9 का छात्र है, 3 सितंबर को स्कूल गया था। किसी काम के सिलसिले में वह स्कूल से बाहर गया और जब लौटकर आया, तो पीटीआई शिक्षक निखिल और एक अन्य शिक्षक ने उसे डंडों से पीटा।

बच्चे के शरीर पर डंडों के निशान देखकर, जितेंद्र राजपूत ने अगले दिन स्कूल में जाकर शिकायत की। इस दौरान प्रिंसिपल योगेश गौतम ने न केवल बेटे को गालियाँ दीं बल्कि उसे भी डंडों से पीटा। तीसरे दिन भी सौरभ को शिक्षकों ने डंडों से पीटा।

जितेंद्र राजपूत ने इस मामले में प्रिंसिपल योगेश गौतम, पीटीआई शिक्षक निखिल और एक अन्य शिक्षक के खिलाफ थाने में केस दर्ज कराया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और सख्त कार्रवाई की उम्मीद की जा रही है।

यह घटना शिक्षा और बच्चों की सुरक्षा के संदर्भ में गंभीर प्रश्न उठाती है, और इसके खिलाफ कठोर कदम उठाए जाने की आवश्यकता है।

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