अयोध्या में मंगलवार को अपनी जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य ने केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री मोदी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर को लेकर सवाल उठाते हुए कहा कि इस अभियान के नाम पर देश की जनता और खासतौर पर बहनों को गुमराह किया गया।
स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा, “जब प्रधानमंत्री ने ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया तो लगा कि अब आतंकवादियों का खात्मा होगा। लगा कि देर से सही, सरकार ने ठोस कदम उठाया है। लेकिन 24 घंटे के अंदर ही यह अभियान ठंडा पड़ गया। न तो पाकिस्तान में कोई आतंकी मारा गया, न ही कोई सख्त कार्रवाई हुई। यह सब दिखावा था।”
उन्होंने आगे कहा, “ऑपरेशन सिंदूर के नाम पर बहनों के सम्मान की बात कही गई, लेकिन असल में उनके साथ धोखा हुआ। अगर सरकार गंभीर होती तो आतंकियों का सफाया करके ही ऑपरेशन को अंजाम दिया जाता, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। सिर्फ प्रचार किया गया, और जनता की आंखों में धूल झोंकी गई।”
भाजपा को बताया संविधान के लिए खतरा
मौर्य ने भाजपा पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि अगर पार्टी को 400 से ज्यादा सीटें मिल जातीं, तो यह सरकार संविधान ही बदल देती। उन्होंने कहा, “देश ने समय रहते भाजपा को रोक दिया। जनता ने उन्हें बैसाखी के सहारे खड़ा कर दिया है। अब हम भाजपा के असली चेहरे को जनता के बीच उजागर करेंगे।”
वन नेशन-वन एजुकेशन की मांग
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘वन नेशन-वन इलेक्शन’ नारे पर भी मौर्य ने तंज कसते हुए कहा, “अगर वाकई एक देश, एक नीति की जरूरत है तो पहले वन नेशन-वन एजुकेशन लागू किया जाए। देश के हर बच्चे को समान शिक्षा मिलनी चाहिए, चाहे वह गांव का हो या शहर का, गरीब हो या अमीर। तब जाकर सच्चा विकास होगा।”
स्वामी प्रसाद मौर्य ने अयोध्यावासियों और देशवासियों को धन्यवाद देते हुए कहा कि उन्होंने भाजपा को संविधान से खेलने से रोक लिया, और यही लोकतंत्र की असली ताकत है।