मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मयंक यादव की तेज गेंदबाजी ने बीसीसीआई और चयनकर्ताओं का ध्यान आकर्षित किया है। उनकी क्षमता को ध्यान में रखते हुए, बीसीसीआई ने मयंक की फिटनेस परखने के लिए एक विशेष कार्यक्रम तैयार किया है।

अगर वह इस कार्यक्रम में अच्छे परिणाम दिखाते हैं, तो उन्हें आगामी बांग्लादेश के खिलाफ टी-20 सीरीज में डेब्यू का मौका मिल सकता है। उनकी 156.7 किमी/घंटा की तेज गेंदबाजी भारतीय क्रिकेट टीम के लिए एक बड़ा हथियार साबित हो सकती है, और उनके डेब्यू का इंतजार क्रिकेट प्रशंसकों के बीच काफी उत्साह पैदा कर रहा है।

बांग्लादेश के खिलाफ आगामी टी-20 सीरीज के लिए भारतीय क्रिकेट टीम ने अपने नए और अनोखे हथियार, मयंक यादव, को आजमाने का फैसला किया है। चर्चाओं के अनुसार, तूफानी गेंदबाज मयंक यादव अब डेब्यू के बेहद करीब हैं। वह बेंगलुरु के राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) में जारी स्पेशल कैंप में चयनकर्ताओं की निगाहों में होंगे।

उनकी तेज गेंदबाजी और शानदार प्रदर्शन के चलते चयनकर्ताओं ने उन्हें टीम में शामिल करने पर विचार करना शुरू कर दिया है। अगर मयंक इस कैंप में अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो यह निश्चित रूप से उन्हें बांग्लादेश के खिलाफ टी-20 सीरीज में खेलने का अवसर दे सकता है। क्रिकेट प्रशंसक और विशेषज्ञ उनकी प्रदर्शन पर नजर बनाए हुए हैं।

आईपीएल 2024 में 156.7 km/h की रफ्तार से गेंद फेंक चुके मयंक यादव अपने पहले दो मैच में छह विकेट लेकर चर्चाओं में आए थे, लेकिन उसके बाद उन्हें इंजरी ने ऐसा परेशान किया कि वह टूर्नामेंट से ही बाहर हो गए।

हमारे सहयोगी टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, ‘बीसीसीआई के एक सूत्र ने कहा, ‘चयनकर्ता यह देखना चाहते हैं कि मयंक यादव इंटरनेशनल क्रिकेट के लिए कितने तैयार हैं। आगे के लंबे टेस्ट सीजन को देखते हुए, चयनकर्ता बांग्लादेश के खिलाफ टी-20 सीरीज के लिए नए चेहरों को आजमाने के इच्छुक हैं।’

अधिकारी ने पुष्टि की है कि मयंक यादव की चोट की समस्या अब खत्म हो गई है और वह राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) में कड़ी ट्रेनिंग कर रहे हैं। इस विशेष कैंप में उन खिलाड़ियों को शामिल किया गया है, जो एक्शन से दूर हैं, लेकिन टी-20 टीम में जगह बनाने की दौड़ में बरकरार हैं।

इसके अलावा, हार्दिक पंड्या, रियान पराग, और अभिषेक शर्मा के भी जल्द ही इस कैंप में शामिल होने की उम्मीद जताई जा रही है। यह कैंप उन खिलाड़ियों के लिए महत्वपूर्ण है, जो अपनी फिटनेस और फॉर्म को बहाल करके राष्ट्रीय टीम में अपनी जगह पक्की करना चाहते हैं। मयंक यादव की वापसी से भारतीय टीम को तेज गेंदबाजी के क्षेत्र में एक नया विकल्प मिल सकता

अधिकारी ने जानकारी दी कि मयंक यादव एक दिन में तीन अलग-अलग स्पैल में सफेद गेंद से लगभग 20 ओवर गेंदबाजी कर रहे हैं। हालांकि, उन्हें अभी रणजी ट्रॉफी खेलने के लिए फिट घोषित नहीं किया गया है, लेकिन वह घरेलू मैदान पर न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन मैचों की टेस्ट श्रृंखला के लिए भारतीय टीम का हिस्सा बनने के दावेदार हैं। चयनकर्ता नहीं चाहते कि मयंक को सिर्फ टी-20 प्रारूप तक ही सीमित रखा जाए।

मयंक के पक्ष में एक महत्वपूर्ण बात यह है कि मुख्य कोच गौतम गंभीर और नवनियुक्त गेंदबाजी कोच मोर्ने मोर्कल दोनों पहले लखनऊ सुपर जाइंट्स में उनके साथ काम कर चुके हैं, जिससे उन्हें उनकी क्षमताओं पर विश्वास है।

भारत की टी-20 सीरीज बांग्लादेश के खिलाफ 6 अक्टूबर से शुरू होगी, जबकि न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला 16 अक्टूबर से शुरू होगी। मयंक के प्रदर्शन पर सभी की नजरें होंगी, क्योंकि उनकी प्रतिभा और तेजी भारतीय गेंदबाजी आक्रमण को मजबूत कर सकती है।

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