कुशीनगर जिले में एक जालसाज को पुलिस ने गिरफ्तार किया है, जो पुलिस की वर्दी पहनकर ठगी कर रहा था। आरोपी ने भोले-भाले महिलाओं को सरकारी योजनाओं के लाभ दिलाने का झांसा देकर पैसे ऐंठने का काम किया। पुलिस ने जब उसे पकड़ा, तो वह खुद को एक इंस्पेक्टर की वर्दी में पेश कर रहा था।

पुलिस ने बताया कि यह आरोपी अपने आपको सरकारी अधिकारी बताकर लोगों को धोखा देता था। उसकी गिरफ्तारी से क्षेत्र में सुरक्षा का माहौल बढ़ा है और पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे किसी भी सरकारी योजना या अधिकारी की पहचान से संबंधित जानकारी के लिए सावधान रहें और किसी भी तरह की धोखाधड़ी का शिकार न हों।

कुशीनगर जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक जालसाज ने पुलिस की वर्दी पहनकर कई महिलाओं को सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने का झांसा देकर ठगी की।

जब एक महिला इस ठगी का शिकार बनी, तो उसने पुलिस अधीक्षक को एक तहरीर दी, जिसके बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया और उसकी पूछताछ शुरू की। इस गिरफ्तारी से पता चला कि आरोपी ने भोले-भाले लोगों को ठगने के लिए पुलिस की वर्दी का सहारा लिया था।

पुलिस ने कहा कि आरोपी के खिलाफ आगे की कार्रवाई की जा रही है और इस मामले में अन्य संभावित ठगों की पहचान करने के प्रयास भी चल रहे हैं। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे सरकारी योजनाओं के बारे में सही जानकारी के लिए हमेशा अधिकृत अधिकारियों से संपर्क करें और धोखाधड़ी से बचें।

कुशीनगर: पुलिस की वर्दी में ठग, इंस्पेक्टर की वर्दी में गिरफ्तार

कुशीनगर जिले के तुर्कपट्टी थाना क्षेत्र में एक दिलचस्प घटना सामने आई है। मधुरिया गांव की निवासी जरीना खातून ने पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार मिश्रा को शिकायत दर्ज कराई, जिसमें उन्होंने जमील अहमद, जो कि देवरिया जिले के महुआडीह थाना क्षेत्र के भटनी हरैया का निवासी है, पर सरकारी योजना के तहत सिलाई सेंटर का लाभ दिलाने के नाम पर 50,000 रुपये की ठगी करने का आरोप लगाया।

इस शिकायत के बाद पुलिस अधीक्षक के आदेश पर तुर्कपट्टी पुलिस ने हाईवे पर मधुरिया कट के पास जमील अहमद को इंस्पेक्टर की वर्दी में गिरफ्तार किया। यह कार्रवाई ऐसे समय में की गई जब आरोपी ठगी का कार्य कर रहा था। पुलिस ने उसे पकड़कर आगे की जांच शुरू कर दी है।

पुलिस ने पकड़ा ठग: डेढ़ लाख रुपये से अधिक की ठगी के आरोप में गिरफ्तारी

कुशीनगर में पुलिस ने एक जालसाज को गिरफ्तार किया है, जो सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने के नाम पर महिलाओं से ठगी कर रहा था। पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार मिश्रा के अनुसार, आरोपी सरकारी शिक्षक के रूप में काम करता था और अब तक डेढ़ लाख रुपये से अधिक की ठगी कर चुका है।

गिरफ्तारी के दौरान पुलिस ने आरोपी के पास से पुलिस उपाधीक्षक रैंक की फर्जी वर्दी और चोरी की बाइक भी बरामद की। पुलिस का कहना है कि आरोपी हाईवे पर सक्रिय एक गिरोह से जुड़ा हुआ है और पूछताछ के दौरान कई अहम जानकारियां मिली हैं। पुलिस अब गिरोह में शामिल बाकी लोगों की तलाश में जुट गई है।

जालसाज की असली पहचान: डीएसपी, एसआई और इंस्पेक्टर की वर्दी में ठगी करता रहा

कुशीनगर में गिरफ्तार जालसाज ने पुलिस की वर्दी पहनकर भोले-भाले महिलाओं को ठगने का काम किया। आरोपी कभी डीएसपी, कभी एसआई और कभी इंस्पेक्टर के रूप में सामने आता था, जिससे वह खुद को एक अधिकारी बताकर नौकरी दिलाने का झांसा देकर रकम ऐंठता था।

आरोपी ने अलग-अलग इलाकों में अपनी पहचान बदलकर ठगी को अंजाम दिया। इसके पास एक संगठित गैंग भी है, जो इसके इस अपराध में शामिल हो सकता है। आरोपी के खिलाफ गोरखपुर कैंट थाने में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज है, और लखनऊ के नाका हिंडोला थाने में भी उसके खिलाफ गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया गया है। पुलिस अब उसकी संगठित गैंग की तलाश कर रही है।

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