छापेमारी के दौरान सीबीआई ने 170 लोगों से पूछताछ की। ये सभी लोग कॉल सेंटर्स के माध्यम से लोगों के साथ ऑनलाइन धोखाधड़ी में शामिल थे।

सीबीआई की इस बड़ी कार्रवाई का उद्देश्य ऑनलाइन धोखाधड़ी के मामलों को उजागर करना और इसमें लिप्त व्यक्तियों को कानून के दायरे में लाना था। पूछताछ के आधार पर कई महत्वपूर्ण जानकारियां मिली हैं, और आगे की जांच जारी है ताकि इस संगठित अपराध में शामिल अन्य लोगों को भी पकड़ा जा सके।

देश में बढ़ रही साइबर अपराध की घटनाओं के बीच केंद्रीय जांच एजेंसी (CBI) ने साइबर अपराधियों के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई की है। सीबीआई ने ऑपरेशन चक्र-3 के तहत कई राज्यों में छापेमारी कर 26 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। ये अपराधी दुनियाभर में लोगों को ठगने के आरोपी हैं।

ऑपरेशन चक्र-3 के तहत सीबीआई ने बीते गुरुवार को देशभर में 32 स्थानों पर छापेमारी की। इस अभियान का उद्देश्य साइबर अपराधियों के नेटवर्क को तोड़ना और बढ़ते साइबर अपराध को रोकना है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों से कई महत्वपूर्ण सबूत मिलने की उम्मीद है, जिससे साइबर अपराध के अन्य मामलों की भी जांच की जा सकेगी।

चार कॉल सेंटर्स पर भी की छापेमारी

सीबीआई ने अपने अभियान के तहत जिन जगहों पर छापेमारी की, उनमें पुणे, हैदराबाद, अहमदाबाद, और विशाखापत्तनम जैसे शहर शामिल हैं। इस छापेमारी के दौरान, सीबीआई ने 58.45 लाख रुपये की नकदी, कई लॉकर की चाबी, और तीन लग्जरी गाड़ियां बरामद की हैं।

इसके साथ ही, सीबीआई ने चार कॉल सेंटर्स के खिलाफ भी कार्रवाई की है, जिनमें निम्नलिखित शामिल हैं:

  1. पुणे का कॉल सेंटर: वी.सी इंफोर्मेटिक्स प्राइवेट लिमिटेड
  2. विशाखापत्तनम का कॉल सेंटर: इंफोर्मेटिक्स प्राइवेट लिमिटेड
  3. हैदराबाद का कॉल सेंटर: वायजेक्स सॉल्यूशन
  4. विशाखापत्तनम का ही कॉल सेंटर: अत्रिया ग्लोबल सर्विस प्राइवेट लिमिटेड

इस कार्रवाई से स्पष्ट होता है कि सीबीआई साइबर अपराध के खिलाफ अपनी मुहिम को और तेज करने के लिए प्रतिबद्ध है।

विदेश में लोगों को ठगने का भी आरोप

सीबीआई ने हाल ही में एक छापेमारी के दौरान 170 लोगों से पूछताछ की, जो कॉल सेंटर्स के जरिए लोगों के साथ ऑनलाइन धोखाधड़ी में शामिल थे। अधिकारियों के अनुसार, पकड़े गए कई आरोपी विदेश में बैठे लोगों को ठगने और पीड़ितों के सिस्टम को हैक करने के आरोपी हैं।

आरोपियों ने पीड़ितों को बताया कि उनकी पहचान चोरी हो गई है या उनके बैंक खाते से अवैध लेन-देन हो रहा है, और इस तरह से उन्होंने लोगों को अपने जाल में फंसाया। इसके बाद, आरोपियों ने पीड़ितों से कहा कि वे अपनी आर्थिक लेन-देन को सुरक्षित रखने के लिए अपने पैसे नए बैंक खाते में स्थानांतरित करें, जिससे वे धोखाधड़ी कर सके।

छापेमारी के दौरान, सीबीआई ने पुणे से 10, हैदराबाद से 5, और विशाखापत्तनम से 11 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। इसके साथ ही, सीबीआई ने महत्वपूर्ण डिजिटल सबूत और आपत्तिजनक सामग्री भी जब्त की है, जो इस मामले की गंभीरता को दर्शाती है।

 

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