गाजीपुर में एक युवक, अखिलेश राम, को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उस पर आरोप है कि उसने अपने दोस्त को उधार दिए पैसे को वापस मांगने पर उसे गंगा में फेंक दिया। नगसर पुलिस ने पीड़ित परिवार की तहरीर पर कार्रवाई करते हुए अखिलेश को गिरफ्तार किया और जेल भेज दिया
यह मामला स्थानीय लोगों में चर्चा का विषय बन गया है, और पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए त्वरित कार्रवाई की। अधिक जानकारी के लिए आप संबंधित समाचार स्रोतों को देख सकते हैं।
उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में दोस्ती के नाम पर हुई हत्या का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। 15 दिन पहले बिहार से गाजीपुर आए एक व्यक्ति को अपने दोस्त से उधार दिए पैसे वापस मांगने पर गंगा नदी में फेंकने का आरोप लगा है। पीड़ित की पत्नी ने नगसर हाल्ट थाने पर जाकर अपने पति की हत्या का आरोप लगाया और शव बरामद करने की मांग की।
पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए 2 अक्टूबर को अपहरण का मुकदमा दर्ज किया था और मुख्य आरोपी को उसके घर से गिरफ्तार कर लिया है। मामले की जांच जारी है और पुलिस इस घटना से जुड़े सभी तथ्यों की पुष्टि कर रही है।
क्या है पूरा मामला?
उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में दोस्ती के बीच हत्या का एक और दुखद मामला सामने आया है। जानकारी के अनुसार, बिहार के कैमूर-भभुआ जिले के खजरा गांव के निवासी बजरंगी राम और गाजीपुर जिले के सरहुला गांव के रहने वाले अखिलेश राम अच्छे दोस्त थे। दोनों का पेशा एक ही था, वे शादी और अन्य कार्यक्रमों में वीडियोग्राफी का काम करते थे।
बजरंगी राम ने एक साल पहले अपने दोस्त अखिलेश को ब्याज पर 60 हजार रुपये उधार दिए थे। यह रकम ब्याज सहित बढ़कर 90 हजार रुपये हो गई थी। जब बजरंगी राम ने अपने पैसे वापस मांगने के लिए गाजीपुर का दौरा किया, तो आरोप है कि अखिलेश ने उसे गंगा नदी में धकेल दिया, जिससे उसकी मौत हो गई।
यह घटना पीड़ित की पत्नी द्वारा नगसर हाल्ट थाने में दी गई तहरीर के बाद सामने आई, और पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपी अखिलेश राम को गिरफ्तार कर लिया है।
गाजीपुर में बजरंगी राम और अखिलेश राम के बीच पैसे की लेन-देन को लेकर यह गंभीर मामला सामने आया है। बजरंगी राम ने एक साल पहले अपने दोस्त अखिलेश राम को 60 हजार रुपये उधार दिए थे, जो ब्याज सहित 90 हजार रुपये हो गए थे। जब बजरंगी ने उधारी वापस मांगी, तो अखिलेश ने उसे 17 सितंबर को 90 हजार रुपये का एक चेक दिया था।
हालांकि, जब बजरंगी ने इस चेक को बैंक में जमा किया, तो चेक बाउंस हो गया। इस पर बजरंगी ने अखिलेश से तुरंत पैसे लौटाने की मांग की। अखिलेश ने उसे सरहुला गांव आने को कहा, और बजरंगी अपने भांजे के साथ बाइक से सरहुला पहुंचा। वहां जाकर यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटी, जहां अखिलेश पर बजरंगी को गंगा नदी में फेंकने का आरोप लगा।
गाजीपुर के नगसर क्षेत्र में बजरंगी राम की हत्या का मामला बेहद पेचीदा हो गया है। 17 सितंबर को अखिलेश ने बजरंगी को पैसे वापस करने का आश्वासन देते हुए 90 हजार का चेक दिया, जो बाउंस हो गया। जब बजरंगी ने दुबारा पैसे मांगे, तो अखिलेश ने उसे सरहुला बुलाया। बजरंगी अपने भांजे के साथ वहां पहुंचा, लेकिन अखिलेश ने भांजे को कुछ पैसे देकर घर भेज दिया, जबकि बजरंगी वापस नहीं लौटा।
बजरंगी का मोबाइल भी स्विच ऑफ हो गया, जिससे परिवार को चिंता होने लगी। दो-तीन दिनों की तलाश के बाद, 21 सितंबर को बजरंगी की पत्नी ने नगसर हॉल्ट थाने में जाकर अखिलेश पर अपने पति को गायब कर हत्या करने का आरोप लगाया। पुलिस ने इस मामले में अखिलेश को गिरफ्तार कर लिया है और जांच जारी है।