राजस्थान के जैसलमेर में एक मौसी और चाचा ने दो मासूम बच्चों की गला घोंटकर हत्या कर दी. इसके बाद उन्होंने दोनों बच्चों के शवों को एक बोरे में डालकर घर के सामने खाली पड़े मकान की पानी की टंकी में फेंक दिया. मगर, मासूम बच्चों की हत्या के आरोप में पुलिस ने मौसी और चाचा को महज 12 घंटे में गिरफ्तार कर लिया. अब पुलिस दोनों से सख्ती से पूछताछ कर रही है.
प्रेम प्रसंग के चलते हत्या का फैसला
पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी ने बताया कि मगरा इलाके में एहसान अली (26) और सोनिया बानो (20) एक ही मोहल्ले में रहते हैं. दोनों के बीच कई सालों से प्रेम प्रसंग चल रहा था. शनिवार शाम 5 अक्टूबर को दोनों एहसान के घर में मिले और रंगरेलियां मना रहे थे. इसी दौरान पड़ोस में रहने वाले मासूम बच्चे हसनेन और आदिल खेलते हुए घर में आ गए. दोनों बच्चों ने एहसान और सोनिया को आपत्तिजनक स्थिति में देख लिया.
बदनामी के डर से बच्चों की हत्या करने का फैसला लिया
बच्चों को अचानक कमरे में देखकर दोनों दंग रह गए. बदनामी के डर से दोनों ने बच्चों की हत्या करने का फैसला कर लिया. फिर बच्चों को बहला-फुसलाकर कमरे में ले जाया गया और सोनिया ने हसनेन को पकड़ लिया तथा एहसान ने आदिल का गला घोंटना शुरू कर दिया. बच्चे चिल्लाएं नहीं, इसके लिए सोनिया उनके ऊपर बैठ गई. सोनिया ने हसनेन का गला घोंटकर हत्या कर दी.
सबूत मिटाने के लिए कमरे में फैले खून को किया साफ
एहसान ने कमरे में रखी लोहे की रॉड से आदिल के सिर पर वार किया, जिससे उसकी मौत हो गई. इसके बाद एहसान ने बच्चों के शवों को एक बोरे में भरकर पड़ोस के एक खाली मकान में पानी की टंकी में फेंक दिया. बच्चों को पानी की टंकी में फेंकने के बाद एहसान कमरे में वापस आ गया. कमरे में वापस आकर एहसान और सोनिया ने कमरे में फैले खून को साफ किया तथा सबूत आदि मिटाने का प्रयास किया.
खाली मकान के पानी टंकी में तैरता मिला शव
इसके बाद सोनिया अपने घर वापस आ गई. एहसान भी कमरे को बंद करके बाहर आ गया. शाम 4 बजे बच्चे खेलने के लिए बाहर चले थे और शाम 7 बजे तक जब वे घर नहीं लौटे, तो परिजनों को चिंता हुई.