अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल इंटरनेशनल एयरपोर्ट से गुरुवार दोपहर उड़ान भरते ही एअर इंडिया की लंदन जाने वाली फ्लाइट AI-171 एक गंभीर हादसे का शिकार हो गई। बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान ने दोपहर 1:38 बजे उड़ान भरी थी, लेकिन महज दो मिनट बाद ही 1:40 बजे एयरपोर्ट के नजदीक एक रिहायशी इमारत से टकरा गया। विमान में कुल 242 लोग सवार थे, जिनमें गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी मौजूद थे।

टक्कर इतनी भीषण थी कि पूरी इमारत कांप उठी और आसमान में काले धुएं का घना गुबार फैल गया। जिस इमारत से विमान टकराया, वह अहमदाबाद सिविल हॉस्पिटल में कार्यरत डॉक्टरों के लिए बना आवासीय परिसर है। वहां रह रहे लोगों की स्थिति को लेकर प्रशासन ने अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं जारी किया है।

पायलट थे अनुभवी, फिर भी क्यों हुआ हादसा?

विमान को उड़ा रहे कैप्टन सुमीत सब्बरवाल एक सीनियर लाइन ट्रेनिंग कैप्टन थे और उनके पास 8200 घंटे की उड़ान का अनुभव था। उनके साथ फर्स्ट ऑफिसर क्लाइव कुंदर मौजूद थे, जो 1100 घंटे का अनुभव रखते थे। ऐसे अनुभवी पायलटों के साथ भी हादसा होना कई सवाल खड़े कर रहा है। एयरपोर्ट प्रशासन ने तत्काल सभी उड़ानों को निलंबित कर दिया और आपातकालीन सेवाओं को सक्रिय कर दिया गया।

रेस्क्यू अभियान जारी, मलबे से निकाले गए 50 शव

घटना के तुरंत बाद रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। अहमदाबाद, वडोदरा और सूरत से फायर ब्रिगेड, एम्बुलेंस और NDRF की टीमें मौके पर पहुंची। अब तक मलबे से 50 शव बरामद किए जा चुके हैं। घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जबकि कई लोगों की तलाश अब भी जारी है।

जांच के घेरे में तकनीकी खामी से लेकर बर्ड हिट तक

DGCA और विमानन मंत्रालय की टीमें घटनास्थल पर पहुंच गई हैं और हादसे की विस्तृत जांच शुरू हो चुकी है। शुरुआती तौर पर तकनीकी खराबी, बर्ड हिट या इंसानी भूल जैसे कारणों पर नजर रखी जा रही है। विस्तृत रिपोर्ट आने के बाद ही असल वजह सामने आ पाएगी।

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