एफएनएन, नैनीताल: में बालिका से दुष्कर्म के मामले में उसकी मां की ओर से रिपोर्ट दर्ज की गई है। इसमें कहा गया है कि ठेकेदार उस्मान बच्ची को बाजार से अपने घर ले गया और वहां गैराज में खड़ी कार में उससे दुराचार किया। विरोध किया तो चाकू दिखाते हुए उसके मुंह पर कपड़ा बांध दिया। घटना बताने पर पूरे परिवार को खत्म करने की धमकी दे दी थी।

तहरीर में मां ने बताया कि पहली शादी से उसकी दो बेटियां हैं, जो एक निजी स्कूल में कक्षा सात और आठ में पढ़ती हैं। उसकी दूसरी शादी 2016 में यूपी के संभल जिले में हुई है। यहां रह रही बच्चियों की देखरेख के लिए वह संभल से आती-जाती रहती है।

पिछले कुछ दिनों से वह संभल में ही थी। उसकी छोटी बेटी 12 अप्रैल की शाम बाजार से सामान खरीदने गई थी। वहीं से ठेकेदार उस्मान उसे दो सौ रुपये का लालच देकर अपने घर ले गया। फिर गैराज में खड़ी कार में उससे दुष्कर्म किया।

बड़ी बेटी ने मां को बुलाया 
लड़खड़ाते हुए पीड़िता जब घर पहुंची तो बड़ी बहन ने कारण पूछा। इस पर वह कुछ नहीं बोली। कुछ दिन तक वह गुमसुम रहने लगी तो बड़ी बेटी ने पहले नानी को बुलाया। इसके बाद मां को फोन कर बुलाया। मां ने बच्ची से पूछा तो उसने घटना की जानकारी दी। तब बुधवार शाम मल्लीताल कोतवाली पहुंचकर रिपोर्ट दर्ज कराई।

मम्मी मेरा स्कूल से नाम कटवा दो मुझे नैनीताल में नहीं पढ़ना 
दुष्कर्म की शिकार बालिका की मां संभल में थी। बड़ी बेटी की सूचना पर जब वह नैनीताल पहुंची तो बेटी से गुमशुम रहने का कारण पूछा। इस पर बेटी मां के सामने फफक पड़ी और बोली मां मेरा नाम स्कूल से कटवा दो, मुझे नैनीताल में नहीं पढ़ना है। नैनीताल में आरोपी उस्मान ने 12 वर्ष की बालिका से दुष्कर्म किया। इसके बाद मुंह खोलने पर उसके पूरे परिवार को खत्म करने की धमकी दी। वारदात के बाद से बालिका सदमे में चली गई। वह अपनी बहन और अन्य परिवार वालों से कम ही बात करती थी। मां जब नैनीताल पहुंची तो घटना के बाबत पूछते ही बच्ची फफककर रो पड़ी। उसने अपने साथ हुई घटना की जानकारी दी।

आरोपी ठेकेदार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तारी के बाद उसे कोर्ट में पेश किया गया, जहां से न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। बालिका के कोर्ट में बयान दर्ज कराए गए हैं।- डॉ. जगदीश चंद्रा, एसपी अपराध

कमिश्नर का वाहन रोककर नारेबाजी की 
मल्लीताल कोतवाली के सामने से गुजर रहे कमिश्नर दीपक रावत का भीड़ ने वाहन रोक लिया। भीड़ ने नारेबाजी शुरू की तो पुलिस ने उनके वाहन को किसी तरह पास कराया। वहीं, कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत ने कुमाऊं मंडल के अधिकारियों से अलर्ट मोड पर रहने को कहा है। उन्होंने बताया कि मंडल के डीएम, एसएसपी को निर्देश दिए हैं। आयुक्त ने सुरक्षा संबंधी सतर्कता बढ़ा दी है। उन्होंने कहा बस अड्डे, सार्वजनिक स्थल और प्रमुख पर्यटन स्थलों पर प्रभावी चेकिंग अभियान चलाया जाएगा। संदिग्ध व्यक्तियों से पूछताछ भी की जाएगी।

बच्ची के लिए दो काउंसलर नियुक्त हों 
बच्ची दुष्कर्म के विरोध में भाजपा महिला मोर्चा ने बृहस्पतिवार को डीएम वंदना सिंह से मुलाकात की। सीएम पुष्कर सिंह धामी को संबोधित ज्ञापन में आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। प्रदेश महामंत्री भावना मेहरा ने डीएम से बच्ची की सुरक्षा व काउंसलिंग की मांग की। प्रदेश अध्यक्ष का कहना है कि उनकी मांग पर डीएम ने एसएसपी को बालिका को तत्काल सुरक्षा उपलब्ध कराने, सीएमओ एवं जिला प्रोबेशन अधिकारी को दो काउंसलर नियुक्त करने के आदेश दिए हैं।

कांग्रेसी बोले-बहिष्कार हो ऐसे लोगों का 
कांग्रेसियों ने नैनीताल में हुए वीभत्स घटना की निंदा की है। जिलाध्यक्ष राहुल छिमवाल ने कहा कि इस तरह की घटना समाज के लिए अभिशाप है। विकृत मानसिकता के व्यक्ति के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही होनी चाहिए। उसे कठोर सजा मिलनी चाहिए। उसके परिवार का सामाजिक बहिष्कार भी होना चाहिए। फास्ट ट्रैक कोर्ट से मुकदमा चलाकर सजा दी जाए। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ललित जोशी ने कहा कि घटना शर्मनाक और मानवता को झकझोर देने वाली है। ऐसे व्यक्ति का हुक्का पानी बंद कर देना चाहिए।

सोशल मीडिया पर ट्रेंडिंग में रहा तनाव 
नैनीताल में सांप्रदायिक तनाव सोशल मीडिया पर ट्रेंडिंग में रहा। इसका सीधा असर नैनीताल के पर्यटन कारोबार पर पड़ा। दिनभर सोशल मीडिया और अन्य प्लेटफॉर्म में नैनीताल की वीडियो वायरल रही और शहर की चर्चाएं बनी रहीं। नैनीताल के होटल एसोसिएशन के पास देश के विभिन्न प्रांतों से सैलानियों के फोन घनघनाने लगे। कई सैलानियों ने अपनी अग्रिम बुकिंग रद्द कराई तो कइयों ने एडवांस रुपये लौटाने की मांग की।

यह है पूरा मामला
नैनीताल शहर में बुधवार को अचानक सांप्रदायिक तनाव हो गया। उस्मान नाम के बुजुर्ग ठेकेदार द्वारा बालिका से दुष्कर्म करने का मामला प्रकाश में आया तो सूचना शहर में आग की तरह फैल गई। लोगों की भीड़ मल्लीताल की सड़कों पर इकट्ठी हो गई। इसके बाद हिंदू संगठनों ने मुस्लिम समाज के लोगों की दुकानों में तोड़फोड़ शुरू कर दी। विरोध करने वालों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा गया। उग्र भीड़ ने गाड़ी पड़ाव बाजार में खड़े वाहन गिरा दिए। वहां दुकानों के आगे रखे सामान को भी इधर-उधर फेंक दिया। साथ ही कई घरों पर ईंट पत्थर फेंके। इस दौरान कई घरों के शीशे टूट गए। तब पुलिस ने वहां से अराजकता फैला रहे लोगों को खदेड़ा।

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