गाजियाबाद में एक पुलिस कॉन्स्टेबल के बेटे ने अपनी किडनैपिंग का ड्रामा रचा। उसने अपनी हाथ बंधे हुए फोटो बहन को भेजे और 1 लाख रुपये की फिरौती मांगी। पुलिस ने उसे ढूंढ निकाला, तो पूरा मामला सामने आ गया।
गाजियाबाद में एक पुलिस कॉन्स्टेबल के बेटे ने खुद को अगवा करने का ड्रामा रचा। बिटकॉइन में निवेश करने और लोन ऐप से लिए गए कर्ज को चुकाने के लिए उसने यह साजिश की। वह पहले बिजनौर में पुलिस भर्ती परीक्षा देने गया और फिर मोदीनगर पहुंचा। शाम को उसने पिता को कॉल किया कि वह घर आ रहा है, लेकिन फिर फोन बंद कर दिया। परिवार वाले चिंतित होकर कौशांबी पुलिस स्टेशन पहुंचे और उसकी बहन को एक बंधक दिखाते हुए फोटो भेजा, जिसमें उसने 1 लाख रुपये फिरौती की मांग की।
फोटो देखकर हड़कंप मच गया। युवक की तलाश में गाजियाबाद पुलिस कमिश्नरेट के साथ बदायूं, शाहजहांपुर, सीतापुर और लखनऊ की पुलिस टीमें लग गईं। कौशांबी थाने और ट्रांस हिंडन स्वाट टीम ने मंगलवार को उसे लखनऊ के कैसरबाग इलाके से ढूंढ निकाला। सख्ती से पूछताछ के बाद उसने पूरा सच बता दिया।
एसीपी इंदिरापुरम ने बताया कि रोहित को गिरफ्तार कर लिया गया है। वह वैशाली पीएसी की 41वीं बटालियन में तैनात हेड कॉन्स्टेबल का बेटा है। 25 अगस्त को बिजनौर एग्जाम देने के बाद उसने पूरी साजिश रची थी।
मोबाइल पर टाइमर लगा कर उसने अपना खुद का फोटो खींच लिया।
राहुल, जो ग्रैजुएशन कर रहा है और हाल ही में कॉन्स्टेबल भर्ती का एग्जाम भी दे चुका था, मोदीनगर पहुंचकर अपने पिता को कॉल किया और फिर अपना फोन बंद कर दिया। रात को परिवार के लोग थाने पहुंचे, तब राहुल ने अपनी बहन को एक फोटो भेजा जिसमें उसके हाथ और मुंह बंधे हुए थे। उसने यह फोटो टाइमर सेट करके खुद खींचा था और 1 लाख रुपये की फिरौती की मांग की।
इसके बाद, राहुल बदायूं, शाहजहांपुर, सीतापुर होते हुए लखनऊ पहुंच गया। इस दौरान उसने कई बार मोबाइल ऑन करके अपनी बहन को 50 से अधिक मेसेज किए। डरे हुए परिवार ने उसे 20 हजार रुपये भी ट्रांसफर कर दिए।
टास्क पूरा करने के लिए उसे रुपये की जरूरत थी
पुलिस पूछताछ में रोहित ने बताया कि वह ऑनलाइन बिटक्वाइन टास्क में पैसे लगा रहा था। उसने लगभग 24 हजार रुपये निवेश किए, लेकिन जब वह पैसे निकालना चाहता था, तो उसे 60 हजार रुपये की और मांग की गई। इसलिए उसने अपनी खुद की किडनैपिंग की साजिश रची।
लोन ऐप वाले उस पर दबाव बना रहे थे
पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसने बिटक्वाइन में निवेश करने के लिए करीब 25 हजार रुपये लोन ऐप से लिए थे और उन पैसे को चुकाना था। लोन कंपनी लगातार उसे कॉल कर रही थी। उसका प्लान था कि परिवार से पैसे लेकर 60 हजार रुपये बिटक्वाइन टास्क में लगाएगा और 25 हजार रुपये लोन चुकाएगा, लेकिन पुलिस ने उसे पकड़ लिया और उसकी योजना पूरी तरह से नाकाम हो गई।