मुजफ्फरनगर में डॉक्टर के खिलाफ छेड़छाड़ का केस दर्ज किया गया है। लड़की ने आरोप लगाया है कि डॉक्टर ने चेकअप के दौरान उसके साथ छेड़छाड़ की। लड़की पित्ताशय की पथरी की समस्या के इलाज के लिए डॉक्टर के पास गई थी।

मामले की जांच चल रही है, और पुलिस ने इस घटना को लेकर डॉक्टर के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। ऐसे मामलों में सही जांच और कानूनी कार्रवाई महत्वपूर्ण होती है ताकि न्याय सुनिश्चित किया जा सके और पीड़ित को सही मदद मिल सके।

मुजफ्फरनगर में डॉक्टर के खिलाफ गंभीर आरोपों की जानकारी मिली है। 14 वर्षीय लड़की, जो पित्ताशय की पथरी के इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती थी, ने आरोप लगाया है कि सर्जन ने सर्जरी के बाद उसके साथ छेड़छाड़ की।

लड़की की मां के अनुसार, ऑपरेशन के बाद सर्जन ने परिवार के सदस्यों को कमरे से बाहर भेजा और जांच के बहाने लड़की के कपड़े उठाकर उसके निजी अंगों को छूना शुरू कर दिया।

इस मामले में एसएचओ (नई मंडी) बबलू कुमार ने बताया कि लड़की की मां की शिकायत के आधार पर बीएनएस की धारा 75 और 76 (महिला के कपड़े उतारने के इरादे से हमला या आपराधिक बल का प्रयोग) और पॉक्सो अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपित डॉक्टर के खिलाफ आवश्यक कानूनी कदम उठाए हैं।

इस तरह के मामलों में न्याय की प्रक्रिया को पूरा करने और पीड़ित को सही सहायता देने के लिए त्वरित और निष्पक्ष जांच की आवश्यकता होती है।

लड़की की मां ने डॉक्टर पर गंभीर आरोप लगाए हैं

मुजफ्फरनगर में डॉक्टर पर किशोरी के साथ छेड़छाड़ के आरोपों के बाद मामला दर्ज किया गया है। लड़की की मां ने गंभीर आरोप लगाते हुए बताया कि ऑपरेशन के बाद सर्जन ने उनकी बेटी के साथ छेड़छाड़ की। उनके अनुसार, सर्जन ने चेकअप के बहाने लड़की के कपड़े उठाए और उसके निजी अंगों को छूने की कोशिश की।

लड़की की मां का कहना है कि जब उनकी बेटी को एहसास हुआ कि डॉक्टर के इरादे ठीक नहीं हैं, तो उसने परिवार को कमरे में बुला लिया। जब परिवार के सदस्य कमरे में पहुंचे, तो सर्जन वहां से बाहर चला गया।

शहर के भोपा रोड पर स्थित अस्पताल के संचालक चिकित्सक पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। नई मंडी कोतवाली पुलिस ने इस मामले में पॉक्सो अधिनियम और छेड़छाड़ की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया है। मामले की जांच जारी है, और पुलिस आरोपी डॉक्टर के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई कर रही है।

इस तरह के मामलों में उचित और त्वरित कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण होता है ताकि पीड़ित को न्याय मिल सके और ऐसे अपराधों को रोका जा सके

पित्त की थैली का ऑपरेशन क्या

मुजफ्फरनगर के नई मंडी कोतवाली क्षेत्र की एक कॉलोनी में रहने वाली किशोरी के साथ छेड़छाड़ का मामला सामने आया है।

17 जुलाई को पित्त की थैली में पथरी के इलाज के लिए परिजनों ने उसे भोपा रोड स्थित एक निजी क्लिनिक में भर्ती कराया था। ऑपरेशन के बाद, किशोरी को डॉक्टर ने एक कमरे में शिफ्ट कर दिया, जहां वह अकेली थी।

आरोप है कि डॉक्टर ने चेकअप के बहाने किशोरी के साथ छेड़छाड़ की। इस दौरान, डॉक्टर ने कमरे में मौजूद परिजनों को बाहर निकाल दिया और किशोरी के साथ गलत हरकतें कीं। जब लड़की ने मदद के लिए चिल्लाया, तो परिजनों को उसकी स्थिति का पता चला और उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी।

नई मंडी कोतवाली पुलिस ने लड़की के परिजनों की शिकायत के आधार पर पॉक्सो अधिनियम और छेड़छाड़ की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस ने आरोपित डॉक्टर के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है और मामले की गंभीरता से जांच कर रही है।

यह मामला इस बात की ओर इशारा करता है कि चिकित्सा संस्थानों में सुरक्षा और पारदर्शिता बनाए रखना कितना महत्वपूर्ण है, ताकि ऐसे अपराधों को रोका जा सके और पीड़ितों को उचित न्याय मिल सके।

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