Credit Card Fraud : जयपुर में एक महिला बैंककर्मी ने धोखाधड़ी से अपने जान-पहचान वालों के बैंक अकाउंट खुलवाए और उनके क्रेडिट कार्ड्स का गलत इस्तेमाल कर लाखों रुपये का गबन किया। उसने कुल 1.22 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए। जांच के दौरान उसके मंगेतर को गिरफ्तार कर लिया गया है, लेकिन महिला अब भी फरार है।

जयपुर में एक महिला बैंककर्मी ने बड़ा धोखा दिया। उसने अपने जान-पहचान वाले एक परिवार के 8 सदस्यों के नाम पर बैंक अकाउंट खुलवाए और सभी को क्रेडिट कार्ड जारी कराए। फिर उसने इसी परिवार को 2-2 लाख रुपये के गिफ्ट वाउचर का झांसा देकर मोबाइल पर भेजे गए ओटीपी ले लिए। इसके बाद, महिला ने उन क्रेडिट कार्ड्स से कुल ₹1.22 करोड़ का गबन कर लिया।

महिला बैंककर्मी ने अपने मंगेतर और रिश्तेदारों के अकाउंट्स में ₹70 लाख ट्रांसफर कर दिए।

जयपुर के गांधी नगर थाना क्षेत्र में एक बड़ा धोखाधड़ी मामला सामने आया है। पुलिस के अनुसार, महिला बैंककर्मी अंजली तिवाड़ी ने अपने जान-पहचान वाले अरुण शर्मा के परिवार को गिफ्ट वाउचर का झांसा देकर ठग लिया। अंजली ने अरुण और उसके परिवार के 8 सदस्यों के नाम पर बैंक अकाउंट खुलवाए और क्रेडिट कार्ड जारी किए। फिर उसने धोखे से उनके क्रेडिट कार्ड से ₹51 लाख निकाल लिए और ₹70 लाख अपने मंगेतर शेखर तिवाड़ी, पिता रवि मोहन, और अन्य रिश्तेदारों के खातों में ट्रांसफर कर दिए।

अरुण और उसके परिवार को काफी समय तक यह पता ही नहीं चला कि उनके क्रेडिट कार्ड से पैसे निकाल लिए गए थे। जब बैंक ने रुपए वापस मांगने के लिए कॉल करना शुरू किया और नोटिस भेजे, तो अरुण के होश उड़ गए। उसने जब अंजली तिवाड़ी से संपर्क करने की कोशिश की, तो अंजली ने उसका मोबाइल नंबर ब्लॉक कर दिया और बात करना बंद कर दिया। इसके बाद, अरुण ने जयपुर के गांधी नगर थाने में धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कराई। फिलहाल, अंजली तिवाड़ी फरार है।

मंगेतर शेखर गिरफ्तार, अंजली फरार

गांधी नगर थाने की सब इंस्पेक्टर सुमन मीणा मामले की जांच कर रही हैं। सुमन ने बताया कि अंजली के मंगेतर शेखर के बैंक अकाउंट में लाखों रुपये का लेन-देन मिला है, जिससे उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। अब अंजली, उसके पिता रवि मोहन, और अन्य आरोपियों की तलाश जारी है। 1.22 करोड़ रुपये की ठगी के बाद यह पैसा कहां गया, इसकी जानकारी अंजली की गिरफ्तारी के बाद ही मिलेगी।

फर्जी वेबसाइट बनाकर निवेश का झांसा दिया

जांच में खुलासा हुआ है कि आरोपियों ने लाखों रुपये के निवेश के लिए एक फर्जी वेबसाइट बनाई। इसके लिए मनीष गुप्ता को बड़ी रकम दी गई। फिर नोएडा से कविता और नित्या नाम की युवतियों ने पीड़ितों को कॉल कर आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल इंश्योरेंस और सीएएमएस में निवेश करने का लालच दिया। इस बहाने उनके क्रेडिट कार्ड का दुरुपयोग कर पैसे निकाल लिए गए।

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