उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले में एक पूर्व प्रधान की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। यह घटना सोमवार की सुबह तब सामने आई जब मृतक के परिवार के सदस्यों ने उनकी चारपाई के नीचे खून बिखरा हुआ देखा।
इस हत्याकांड की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई और मामले की जांच शुरू कर दी। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और घटना की परिस्थितियों को समझने के लिए आस-पास के लोगों से पूछताछ की जा रही है। प्रारंभिक जांच में यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि हत्या का कारण क्या था और आरोपी कौन हो सकते हैं।
पूर्व प्रधान की हत्या ने इलाके में डर और असुरक्षा का माहौल पैदा कर दिया है। स्थानीय निवासियों ने इस वारदात की कड़ी निंदा की है और आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग की है।
आजमगढ़ जिले के अहरौला थाना क्षेत्र के आलमपुर गांव में पूर्व प्रधान श्रीराम चौहान (60) की रविवार रात अज्ञात बदमाशों ने सोते समय गोली मारकर हत्या कर दी। परिजनों को इस घटना की जानकारी सोमवार की सुबह तब हुई जब उन्होंने श्रीराम चौहान के शव के पास खून देखा।
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस तुरंत मौके पर पहुंच गई और जांच-पड़ताल में जुट गई। हालांकि, मृतक के परिजनों ने शव को पोस्टमार्टम के लिए ले जाने से रोक दिया और डीएम एवं एसपी को मौके पर बुलाने की मांग की। परिजनों का कहना है कि जब तक उनकी बात सुनी नहीं जाएगी, वे शव नहीं ले जाने देंगे।
यह वारदात इलाके में हड़कंप मचा रही है और स्थानीय निवासियों में असुरक्षा का माहौल पैदा कर रही है। पुलिस अब मामले की गंभीरता से जांच कर रही है और आरोपियों की पहचान के लिए प्रयासरत है।
क्या है मामला
आलमपुर गांव के पूर्व प्रधान श्रीराम चौहान, जो कि 60 वर्ष के थे, रविवार की रात अपने परिवार के साथ भोजन करने के बाद घर के बरामदे में सो रहे थे। इसी दौरान अज्ञात हमलावर ने उनकी गोली मारकर हत्या कर दी।
चूंकि घटना रात में हुई, परिजनों को इस वारदात की जानकारी रात में नहीं हो सकी। सुबह जब उन्होंने श्रीराम चौहान के शव को देखा, तब उन्हें घटना का पता चला।
यह मामला न केवल गांव के लिए, बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए चिंता का विषय बन गया है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है और इलाके में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने के कदम उठाने की योजना बना रही है। स्थानीय लोग इस घटना की कड़ी निंदा कर रहे हैं और आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं।
सोमवार की सुबह जब आलमपुर गांव के लोग सोकर उठे, तो उन्होंने श्रीराम चौहान की चारपाई के नीचे खून बिखरा हुआ देखा। पास जाकर जब उन्होंने देखा, तो पता चला कि श्रीराम चौहान की मौत हो चुकी थी।
इस घटना की जानकारी मिलते ही उनके परिवार में चीख-पुकार मच गई। परिजनों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद स्थानीय थाने की पुलिस मौके पर पहुंची।
पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और मामले की जांच शुरू की। श्रीराम चौहान की हत्या ने गांव में भय और असुरक्षा का माहौल पैदा कर दिया है। स्थानीय लोग इस वारदात की कड़ी निंदा कर रहे हैं और आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं।