महोबा में भाजपा नेता सचिन पाठक की संदिग्ध मौत के मामले में नया मोड़ आया है। पुलिस ने जांच में पाया है कि सचिन पाठक की मौत के बाद पुलिस ने ही अस्पताल से उनके चेन और गोल्ड रिंग लूट लिए थे।

घटना का विवरण

सचिन पाठक की मौत 15 सितंबर को हुई थी। उनके परिवार ने आरोप लगाया था कि पुलिस ने उनके साथ मारपीट की थी और फिर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया था। लेकिन अस्पताल में उनकी मौत हो गई थी। परिवार ने पुलिस पर लूटपाट का आरोप लगाया था।

पुलिस जांच

पुलिस ने मामले की जांच शुरू की थी। जांच में पाया गया है कि सचिन पाठक की मौत के बाद पुलिस ने ही अस्पताल से उनके चेन और गोल्ड रिंग लूट लिए थे। पुलिस ने अस्पताल के सीसीटीवी फुटेज की जांच की थी, जिसमें पुलिसकर्मियों के लूटपाट के दृश्य कैद हुए थे।

पुलिस की कार्रवाई

पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए दो पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है। पुलिस ने कहा है कि वह मामले की और जांच कर रही है और दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी।

परिवार की मांग

सचिन पाठक के परिवार ने मामले में न्याय की मांग की है। परिवार ने कहा है कि पुलिस ने उनके साथ मारपीट की थी और फिर उनके साथ लूटपाट की थी। परिवार ने मामले में सीबीआई जांच की मांग की है।

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