मुजफ्फरनगर से एक बेहद गंभीर घटना सामने आई है, जहां प्राथमिक स्कूल के शिक्षक प्रदीप कुमार पर छात्राओं के साथ छेड़छाड़ का आरोप लगा है। छात्राओं ने इस घटना की जानकारी अपने परिजनों को दी, जिसके बाद गुस्साए परिजनों ने स्कूल प्रशासन से शिकायत दर्ज कराई।

स्कूल प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तुरंत कार्रवाई की और आरोपी शिक्षक प्रदीप कुमार को सस्पेंड कर दिया गया है।

यह घटना बच्चों की सुरक्षा और उनके अधिकारों की रक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण चेतावनी है। ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई करना जरूरी है ताकि शिक्षण संस्थान एक सुरक्षित स्थान बने रहें, और दोषियों को कानून के दायरे में लाया जा सके। पुलिस और प्रशासन द्वारा इस मामले की पूरी जांच होनी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा

यह घटना वाकई बेहद चिंताजनक और निंदनीय है। उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले के इस मामले में शिक्षक प्रदीप कुमार पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। छात्राओं द्वारा अपने परिजनों को इस मामले की जानकारी देने के बाद, उनके गुस्साए परिजनों ने तुरंत स्कूल प्रशासन से शिकायत की। इस शिकायत के आधार पर, शिक्षक को सस्पेंड कर दिया गया है, जो कि इस तरह के मामलों में त्वरित कार्रवाई का संकेत देता है।

मुजफ्फरनगर के बेसिक शिक्षा अधिकारी संदीप कुमार ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तीन सदस्यीय जांच टीम का गठन कर दिया है, जो इस प्रकरण की विस्तृत जांच करेगी। संदीप कुमार का कहना है कि जांच के बाद जो भी तथ्य सामने आएंगे, उनके आधार पर आगे की कानूनी या प्रशासनिक कार्रवाई की जाएगी। ऐसे मामलों में निष्पक्ष और सख्त कार्रवाई जरूरी है ताकि छात्राओं और उनके परिवारों को न्याय मिल सके।

यह मामला वास्तव में गंभीर और चिंताजनक है। सातवीं कक्षा की छात्रा ने आरोप लगाया है कि शिक्षक प्रदीप कुमार ने उसका हाथ पकड़कर अनुचित तरीके से “आई लव यू” कहा। छात्रा ने अपनी शिकायत में आरोपी शिक्षक को स्कूल से हटाने की मांग की, जो एक महत्वपूर्ण और साहसी कदम है।

छात्रा के परिजनों ने इस घटना के खिलाफ गांव वालों के सहयोग से स्कूल के इंचार्ज के पास शिकायत दर्ज कराई। इसके परिणामस्वरूप, बेसिक शिक्षा विभाग ने आरोपी शिक्षक को निलंबित कर दिया है। साथ ही, मामले की गहन जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है।

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