जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए दर्दनाक आतंकी हमले में 26 लोगों की जान गई थी और कई गंभीर रूप से घायल हुए थे। शुरुआत में ऐसी खबरें आई थीं कि आतंकियों ने हमले से पहले पीड़ितों से उनका धर्म पूछा और फिर चुन-चुनकर लोगों की हत्या की। मगर अब शिवसेना (यूबीटी) के नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने इस दावे को सिरे से खारिज करते हुए नया मोड़ दे दिया है।
राउत का आरोप – “हमले को जानबूझकर सांप्रदायिक रंग दिया गया”
कपिल सिब्बल के पॉडकास्ट में बातचीत के दौरान संजय राउत ने कहा,
“पहलगाम हमले को भाजपा ने अपने राजनीतिक फायदे के लिए सांप्रदायिक रंग दिया। सच यह है कि आतंकियों ने किसी का धर्म नहीं पूछा। यह पूरी तरह से एक सोची-समझी रणनीति थी ताकि गोधरा जैसी स्थिति पैदा की जा सके।”
उन्होंने आगे कहा कि पीड़ितों के परिवारों, खासकर एक शहीद सैनिक की पत्नी ने खुद बताया कि ऐसा कुछ नहीं हुआ था।
“हमने कई लोगों से बात की। सबने कहा कि इस हमले को लेकर जो बात फैलाई गई, वो हकीकत नहीं है। भाजपा सिर्फ देश में नफरत फैलाना चाहती थी, लेकिन लोग उनकी इस साजिश को समझ गए,” राउत ने कहा।
पॉडकास्ट में मौजूद थे कई विपक्षी सांसद
इस चर्चा में कांग्रेस के सांसद गौरव गोगोई और तृणमूल कांग्रेस की सांसद सागरिका घोष भी शामिल थीं।
सागरिका घोष ने राउत की बात का समर्थन करते हुए कहा,
“हमले जैसी घटनाओं पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। ये एक राष्ट्रीय शोक की घड़ी है और इसे किसी भी धर्म या राजनीति से नहीं जोड़ा जाना चाहिए।”