सितारगंज: नानकमत्ता सरकारी अस्पताल के स्टाफ पर डिलीवरी कराने के लिए चार हजार रुपये लेने का आरोप लगा है। 24 से अधिक महिलाओं ने सीएमएस डॉ. कुलदीप यादव को ज्ञापन सौंपकर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
पूर्व प्रधान अनुराधा राणा के नेतृत्व में महिलाएं सोमवार को सीएमएस से मिलने पहुंचीं। उन्होंने आरोप लगाया कि सीएचसी नानकमत्ता का स्टाफ लंबे समय से अस्पताल में कमीशन ले रहा है। ज्ञापन में शामिल महिलाएं आशा देवी, तारावती, सुलोचना, ज्योति, समुद्री देवी, मंजू, रेवती देवी, रेखा, गीता राठौर, लता, मंगेशकर, सविता राणा और तारा आदि थीं। सीएमएस ने मामले की जांच के लिए कमेटी गठित करने की पुष्टि की और जांच रिपोर्ट के आधार पर आवश्यक विभागीय कार्रवाई का आश्वासन दिया।
वहीं, इलाज में लापरवाही के कारण अपनी बेटी काजल कौर (23) की मौत से दुखी पिता बख्शीश सिंह ने एसएसपी को पत्र भेजकर निजी और सरकारी अस्पताल के दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने बताया कि 21 जुलाई को प्रसव पीड़ा के चलते बेटी को सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों के कहने पर उसे निजी अस्पताल में ले जाया गया, जहां 26 हजार रुपये का खर्च बताया गया। तब भी स्थिति बिगड़ने पर उसे देहरादून ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई। पिता ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।