अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव दुनिया भर में सबसे अधिक ध्यान आकर्षित करने वाले चुनावों में से एक होते हैं। प्रत्येक चुनाव का परिणाम वैश्विक राजनीति और अर्थव्यवस्था पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालता है। 2024 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में यदि डोनाल्ड ट्रंप ने कमला हैरिस को हराया, तो यह निश्चित रूप से अमेरिकी राजनीति में एक महत्वपूर्ण मोड़ होगा। इस लेख में हम यह समझने की कोशिश करेंगे कि डोनाल्ड ट्रंप ने कमला हैरिस को कैसे हराया और इस जीत के विभिन्न पहलुओं पर विचार करेंगे। इसके अलावा, हम यह भी जानेंगे कि अमेरिकी चुनावी प्रणाली में क्या-क्या घटक होते हैं जो एक उम्मीदवार की जीत तय करते हैं।

अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव की प्रणाली

अमेरिका में राष्ट्रपति का चुनाव एक जटिल और अद्वितीय प्रणाली के माध्यम से होता है जिसे “इलेक्टोरल कॉलेज” कहा जाता है। इसमें हर राज्य को एक निश्चित संख्या में चुनावी मत (electoral votes) मिलते हैं, जो उस राज्य की जनसंख्या के हिसाब से निर्धारित होते हैं। कुल 538 चुनावी मत होते हैं, जिनमें से 270 मतों की आवश्यकता होती है किसी उम्मीदवार को राष्ट्रपति बनने के लिए। यह संख्या, जो 270 है, सीधे तौर पर चुनावी वोटों की संख्या से संबंधित है और यह चुनावी जीत की सीमा है।

1. डोनाल्ड ट्रंप का चुनावी अभियान

डोनाल्ड ट्रंप, जो पहले 2016 में अमेरिकी राष्ट्रपति चुने गए थे, उन्होंने 2024 के चुनाव में वापसी की योजना बनाई। उनकी रणनीति अमेरिका के भीतर और बाहर अपनी स्थिति को मजबूत करने की थी। ट्रंप ने अपनी चुनावी प्रचार रणनीति में निम्नलिखित बिंदुओं को प्रमुखता दी:

  • आर्थिक सुधार: ट्रंप ने अपनी सरकार के दौरान अमेरिका की आर्थिक स्थिति को मजबूत किया था और उन्होंने 2024 के चुनाव में एक बार फिर यह वादा किया कि वह अमेरिका की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देंगे। उन्होंने व्यापारिक करों में कटौती, रोजगार के अवसरों में वृद्धि और औद्योगिकीकरण को बढ़ावा देने के वादे किए।
  • अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा: ट्रंप ने राष्ट्रीय सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए अपने अभियान में नारा दिया “America First” (अमेरिका पहले)। उन्होंने देश की सीमा पर कड़ी सुरक्षा के लिए कदम उठाने की बात की, विशेष रूप से मेक्सिको के साथ सीमा पर दीवार निर्माण के मुद्दे को फिर से जोरदार तरीके से उठाया।
  • विदेश नीति: ट्रंप ने अमेरिकी विदेश नीति में अधिक से अधिक आक्रमक रुख अपनाने का वादा किया। वह चीन और रूस जैसे देशों के खिलाफ कड़े कदम उठाने की बात करते थे, साथ ही उन्होंने अमेरिका को फिर से वैश्विक शक्ति के रूप में स्थापित करने की दिशा में काम किया।
  • मतदाताओं से संपर्क: ट्रंप ने अपनी चुनावी सभाओं और सोशल मीडिया पर बड़ी संख्या में मतदाताओं से सीधा संवाद किया। उन्होंने अपनी नीतियों को जनता के बीच बड़े पैमाने पर प्रचारित किया और अपने समर्थकों को संगठित किया।

2. कमला हैरिस का चुनावी अभियान

कमला हैरिस, जो वर्तमान में अमेरिका की उपराष्ट्रपति हैं, ने 2024 के राष्ट्रपति चुनाव में अपनी उम्मीदवारी की घोषणा की। उन्होंने अपनी रणनीति को सामाजिक न्याय, पर्यावरण संरक्षण और आर्थिक समानता के आसपास केंद्रित किया। उनकी मुख्य नीतियां इस प्रकार थीं:

  • सामाजिक न्याय: हैरिस ने नस्लीय और लिंग-आधारित असमानताओं को समाप्त करने के लिए कानूनों और नीतियों को मजबूत करने का वादा किया। उन्होंने अफ्रीकी अमेरिकी समुदाय के लिए सुधार, शिक्षा में समानता, और महिलाओं के अधिकारों को बढ़ावा देने के लिए अपनी योजना प्रस्तुत की।
  • पर्यावरण नीति: हैरिस ने जलवायु परिवर्तन के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया और अमेरिका को 2030 तक कार्बन उत्सर्जन को 50% तक कम करने का लक्ष्य रखा। उन्होंने हरित ऊर्जा के स्रोतों को बढ़ावा देने का वादा किया।
  • स्वास्थ्य देखभाल: हैरिस ने स्वास्थ्य देखभाल में सुधार करने की योजना बनाई थी, जिसमें सभी अमेरिकियों के लिए सस्ती और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराना शामिल था।
  • शिक्षा सुधार: हैरिस ने शिक्षा प्रणाली में सुधार की बात की, जिसमें मुफ्त कॉलेज शिक्षा और छात्र ऋण माफी के मुद्दे शामिल थे।

3. ट्रंप की जीत: कैसे और क्यों?

जब 2024 के अमेरिकी चुनाव परिणाम सामने आए और डोनाल्ड ट्रंप ने कमला हैरिस को हराया, तो इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं। सबसे प्रमुख कारणों में से कुछ निम्नलिखित हैं:

  • वोटिंग पैटर्न: अमेरिकी चुनावों में अक्सर ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के मतदाताओं के बीच विभाजन देखा जाता है। ट्रंप ने बड़े पैमाने पर ग्रामीण क्षेत्रों से समर्थन प्राप्त किया, जहाँ उनकी नीतियाँ अधिक प्रभावी मानी जाती थीं, जबकि हैरिस शहरी क्षेत्रों में अधिक लोकप्रिय थीं।
  • आर्थिक मुद्दे: ट्रंप के आर्थिक सुधारों को कई अमेरिकियों ने सकारात्मक रूप से देखा। उनके द्वारा किए गए करों में कटौती और रोजगार सृजन के वादे ने उन मतदाताओं को आकर्षित किया जो महामारी के बाद आर्थिक कठिनाइयों से गुजर रहे थे।
  • नस्लीय और सांस्कृतिक विभाजन: ट्रंप के अभियान में नस्लीय और सांस्कृतिक मुद्दों को प्रमुखता दी गई, और उन्होंने अमेरिकी समाज में मौजूद विभाजन को अपनी राजनीतिक रणनीति के रूप में इस्तेमाल किया। उनके समर्थक उन्हें एक “नया नेतृत्व” और “अमेरिकी संस्कृति को बचाने” के रूप में देखते थे।
  • कमला हैरिस की कमजोरियां: हालांकि हैरिस ने कई महत्वपूर्ण नीतियों का समर्थन किया, लेकिन उनकी व्यक्तिगत लोकप्रियता में उतार-चढ़ाव था। उन्हें कई आलोचनाओं का सामना करना पड़ा, विशेष रूप से उन मुद्दों पर जिन पर उनकी नीतियाँ स्पष्ट नहीं थीं या जिनकी पूरी योजना कार्यान्वयन में मुश्किल थी।

4. चुनावी नतीजों का वैश्विक प्रभाव

डोनाल्ड ट्रंप की जीत का केवल अमेरिका में ही नहीं, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी प्रभाव पड़ेगा। सबसे पहले, यह अंतरराष्ट्रीय व्यापार, सुरक्षा, और जलवायु नीति पर असर डालेगा। ट्रंप का “अमेरिका पहले” नारा और उसकी नीति वैश्विक सहयोग के मुकाबले राष्ट्रीय स्वार्थ पर आधारित रही थी। ऐसे में दुनिया भर के देशों को अमेरिकी नीति के बदलाव को समझने और उसके अनुरूप कदम उठाने की आवश्यकता होगी।

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