गाजीपुर जिले में रेलवे ट्रैक पर दो आरपीएफ जवानों के शव मिलने से हड़कंप मच गया। परिजनों का कहना है कि शव अर्धनग्न हालत में मिले हैं, जिससे हत्या की आशंका है।

यूपी के गाजीपुर में रेलवे ट्रैक पर दो आरपीएफ जवानों के अर्धनग्न शव मिलने से हड़कंप मच गया। शवों की हालत को देखकर हत्या की आशंका जताई जा रही है। परिजनों ने भी कहा है कि उनकी हत्या कर शव ट्रैक पर फेंके गए हैं। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और जांच शुरू कर दी है।

गहमर थानांतर्गत दिल्ली-हावड़ा रेलवे ट्रैक पर बीती शाम दो शव मिले। इनकी पहचान मुगलसराय जंक्शन पर तैनात आरपीएफ जवानों के रूप में हुई है। एक मृतक जावेद खान हैं, जो थाना दिलदारनगर (गाजीपुर) के निवासी हैं, और दूसरा प्रमोद कुमार सिंह हैं, जो आरा (बिहार) के निवासी हैं। पुलिस ने परिजनों को सूचना दे दी है।

सूचना मिलते ही जावेद खान के परिजन गाजीपुर मेडिकल कॉलेज की मोर्चरी पहुंचे। उनके भाई फैजान ने कहा कि जावेद हमारे चार भाइयों में अकेले कमाने वाले थे। शव की अर्धनग्न हालत देखकर साफ लगता है कि उनकी हत्या की गई है। अब पुलिस और आरपीएफ मुगलसराय इस घटना की जांच कर रहे हैं।

जानकारी के अनुसार, दोनों सिपाही मुगलसराय से मोकामा ट्रेन में जा रहे थे। घटनास्थल और शवों की हालत को देखकर परिजन हत्या की आशंका जता रहे हैं। एक संभावना यह भी है कि ट्रेन में मारपीट के दौरान दोनों की हत्या कर शव फेंक दिए गए।

पुलिस का कहना है कि शव का पोस्टमार्टम किया जाएगा, जिसके बाद ही यह साफ होगा कि यह हादसा था या कुछ और। फिलहाल, मामले की जांच जारी है।

मोकामा के लिए ट्रेन में सवार हुए थे दोनों जवान

मृतक के परिजनों ने बताया कि मोहम्मद जावेद (40), जो दिलदारनगर थाना क्षेत्र के देवैथा गांव के निवासी थे और आरपीएफ में आरक्षी के पद पर तैनात थे, छुट्टी पर घर आए थे। सोमवार की देर शाम वह ट्रेन से दिलदारनगर से पीडीडीयू आरपीएफ पोस्ट पहुंचे। वहां से वह और आरा निवासी आरपीएफ जवान प्रमोद कुमार (36) रात करीब 12:50 बजे मोकामा के लिए रवाना हुए। मंगलवार को आरपीएफ कंट्रोल रूम को जानकारी मिली कि दोनों ट्रेनिंग सेंटर नहीं पहुंचे हैं। खोजबीन के बाद दोनों के शव मिले।

By