राहत कार्य के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंच गई हैं और मलबे में दबे लोगों को निकालने में लगी हुई हैं। घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, और उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है।
उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद के शिकोहाबाद थाना क्षेत्र के नौशहरा गांव में एक पटाखा गोदाम में हुए भीषण विस्फोट ने इलाके में हड़कंप मचा दिया। इस दर्दनाक घटना में 5 लोगों की मौत हो गई और 10 लोग घायल हुए हैं। विस्फोट की तीव्रता इतनी थी कि आसपास के लगभग एक दर्जन मकान भी ढह गए। गांव में अफरातफरी फैल गई और लोग दहशत में अपने घरों से बाहर आ गए।
छतें उड़ गईं और दीवारें गिरीं
सोमवार की रात करीब 10 बजे, नौशहरा गांव में पटाखों के एक गोदाम में आग लग गई, जिससे जोरदार विस्फोट हुआ। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आग लगते ही पूरे क्षेत्र में धुएं का गुबार फैल गया और धमाका इतना तेज था कि आसपास के मकानों की छतें उड़ गईं और दीवारें गिर गईं। स्थानीय लोग बताते हैं कि इस गांव में वर्षों से पटाखों का कारोबार होता आ रहा है, और पहले भी छोटे-मोटे हादसे होते रहे हैं, लेकिन यह विस्फोट अब तक का सबसे भयंकर था।
रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है
घटना की जानकारी मिलते ही जिले के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे, और आगरा के आईजी भी स्थिति का जायजा लेने पहुंचे। तुरंत राहत और बचाव कार्य शुरू किया गया। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें मलबे में दबे लोगों को निकालने में लगी हुई हैं। घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, और उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है।
आगरा रेंज के IG दीपक कुमार ने क्या कहा?
आगरा रेंज के IG दीपक कुमार ने बताया, “हम तेजी से बचाव अभियान चला रहे हैं। अब तक 10 लोगों को मलबे से निकाला गया है, जिनमें से 6 का इलाज चल रहा है। रिहायशी इलाकों में इस तरह के गोदामों का लाइसेंस नहीं दिया जाता है। इसका लाइसेंस गांव से दूर एक अन्य स्थान पर दिया गया था, लेकिन यहां कोई लाइसेंस नहीं था। निश्चित तौर पर इस मामले में कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल हमारी प्राथमिकता लोगों को सुरक्षित निकालना है।”
प्रशासन ने एक्शन लिया
फिरोजाबाद प्रशासन ने इस घटना को गंभीरता से लिया है और अवैध पटाखा गोदामों की जांच के आदेश दिए हैं। प्रशासन का कहना है कि अगर किसी गोदाम में अनियमितता पाई जाती है, तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही, घटना की गहन जांच के लिए एक विशेष टीम का गठन किया गया है।
गांव में छाया मातम
हादसे के बाद नौशहरा गांव में गम का माहौल है। जिन परिवारों ने अपने प्रियजनों को खो दिया है, वे रो-रो कर बुरे हाल में हैं। ग्रामीणों का कहना है कि वर्षों से यहां पटाखों का अवैध कारोबार चल रहा था, लेकिन इस हादसे ने उनकी आंखें खोल दी हैं। वे अब प्रशासन से पूरी तरह से इस अवैध कारोबार को रोकने की मांग कर रहे हैं।
हादसे का प्रभाव
यह हादसा एक चेतावनी है कि अवैध पटाखा कारोबार न केवल कारोबारियों, बल्कि स्थानीय निवासियों के लिए भी खतरनाक हो सकता है। ऐसे हादसे जान-माल का बड़ा नुकसान कर सकते हैं। अब प्रशासन की जिम्मेदारी है कि वह इन अवैध गतिविधियों को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए और भविष्य में ऐसे हादसों को रोके।