उत्तर प्रदेश के इटावा जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसमें एक सराफा कारीगर ने अपनी पत्नी और तीन बच्चों को जहर देकर मार डाला। इस घटना के बाद आरोपी ने अपने सोशल मीडिया स्टेटस पर लिखा, “सब खत्म हो गया”, और फिर आत्महत्या करने के लिए रेलवे स्टेशन पहुंच गया। वहां उसने रेल की पटरी पर लेटकर आत्महत्या करने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने उसे समय रहते पकड़ लिया।
पीड़ित परिवार
- पत्नी: रेखा (45 वर्ष)
- बड़ी बेटी: भाव्या (18 वर्ष)
- छोटी बेटी: काव्या (16 वर्ष)
- बेटा: (11 वर्ष)
यह परिवार इटावा के सदर कोतवाली इलाके के लालपुरा में रहता था। मुकेश वर्मा, जो सराफा का काम करते थे, की यह दूसरी शादी थी। उनकी पहली पत्नी की मृत्यु 2005 में हो चुकी थी।
घटना का विवरण
घटना की शुरुआत तब हुई जब मुकेश ने अपनी पत्नी और बच्चों को जहर देकर मारने का निर्णय लिया। इसके बाद उसने उनकी तस्वीर के साथ सोशल मीडिया पर एक भावुक स्टेटस डाला। इसके बाद, वह आत्महत्या करने के लिए रेलवे स्टेशन पहुंचा।
जहर देना और उसके बाद की स्थिति
- मुकेश ने अपने परिवार को जहर दिया, जिससे उनकी तुरंत मौत हो गई।
- इसके बाद, उसने घर के अंदर शवों को बंद कर दिया और रेलवे स्टेशन की ओर बढ़ा।
- वहां पहुंचकर, मुकेश ने रेल की पटरी पर लेटने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने उसे पकड़ लिया।
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस को जब इस घटना की जानकारी मिली, तो उन्होंने तुरंत मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। इटावा के एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने बताया कि यह एक गंभीर मामला है और इसकी जांच की जा रही है।
परिवार में विवाद की आशंका
मामले की जांच
- मुकेश की पहली पत्नी की मृत्यु के बाद, यह उनकी दूसरी शादी थी।
- परिवार के सदस्यों ने बताया कि मुकेश के जीवन में कोई बड़ा विवाद नहीं था, लेकिन कुछ घरेलू मुद्दे चल रहे थे।
- मृतक महिला के भाई सत्येंद्र सोनी ने कहा कि मुकेश ही इस घटना के कारणों को स्पष्ट कर सकते हैं।
पारिवारिक तनाव
पुलिस ने बताया कि मुकेश वर्मा के गले पर भी निशान पाए गए हैं, जो यह संकेत करते हैं कि यह आत्महत्या का निर्णय परिवार के सदस्यों की आपसी सहमति से लिया गया हो सकता है।
समाज पर प्रभाव और प्रतिक्रिया
घटनास्थल पर हड़कंप
इस घटना ने पूरे इटावा में हड़कंप मचा दिया है। लोगों में इस बात को लेकर चर्चा हो रही है कि एक सामान्य परिवार में ऐसा भयानक कदम कैसे उठाया जा सकता है।
समाजिक जागरूकता की आवश्यकता
यह घटना समाज में मानसिक स्वास्थ्य और पारिवारिक समस्याओं के प्रति जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता को दर्शाती है।