बिहार में डेंगू का प्रकोप गंभीर स्थिति में पहुंच गया है। रविवार को 34 नए मरीजों के सामने आने के साथ ही कुल मामलों की संख्या 762 हो गई है। डेंगू से अब तक दो लोगों की मौत हो चुकी है। स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिलों को सतर्क रहने और आवश्यक बचाव उपायों को लागू करने का निर्देश दिया है।
पटना में रविवार को 16 नए मरीजों के सामने आने से चिंता और भी बढ़ गई है। इस स्थिति को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने पटना सहित पूरे बिहार के जिलों में विशेष ध्यान और सख्त उपायों की आवश्यकता की बात की है।
अगर डेंगू के लक्षण दिखें जैसे बुखार, सिरदर्द, शरीर में दर्द, तो तुरंत स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करें और जांच कराएं।
घर और आसपास के क्षेत्रों में पानी जमने से बचें और मच्छरदानी का उपयोग करें।
घर के आसपास के इलाके की सफाई सुनिश्चित करें और मच्छर जनित बीमारियों से बचने के उपाय अपनाएं।
स्वास्थ्य विभाग और स्थानीय प्रशासन को मिलकर इस स्थिति से निपटने के लिए तत्काल कदम उठाने की आवश्यकता है ताकि डेंगू के फैलाव को रोका जा सके और लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
सभी अस्पताल अलर्ट कर दिया है
बिहार में डेंगू के बढ़ते प्रकोप के मद्देनज़र, राज्य सरकार ने सभी जिलों को अलर्ट जारी किया है और उचित तैयारियों की दिशा में कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। मुजफ्फरपुर सदर अस्पताल और सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (PHC) में डेंगू मरीजों के लिए दो-दो बेड आरक्षित किए गए हैं
डॉ. अशोक कुमार ने जिला मलेरिया अधिकारियों को हालिया निर्देश दिए हैं कि डेंगू की पिछले साल की गंभीर स्थिति को देखते हुए इस बार बेहतर बचाव की योजना बनाई जाए। उनके मुताबिक, जनप्रतिनिधियों की सक्रिय भागीदारी इस प्रयास में अहम होगी।
उन्होंने हर पंचायत और कस्बे में जागरूकता फैलाने की आवश्यकता पर बल दिया और नगरपालिका, नगर पंचायत तथा मुखिया से संपर्क कर उनके सहयोग की अपील की। डॉक्टर अशोक कुमार का कहना है कि जनप्रतिनिधियों के सहयोग से लार्वीसाइडल दवा का छिड़काव आसानी से कराया जा सकता है, जिससे लोग छिड़काव से मना न कर सकें और बीमारी की रोकथाम में सफलता मिले।
रविवार को पटना में मिले 16 मरीज
रविवार को कुल 34 नए डेंगू मरीज सामने आए हैं, जिनमें सबसे अधिक 16 मरीज पटना से हैं। इसके बाद समस्तीपुर में छह, वैशाली और नालंदा में दो-दो, और अरवल, पूर्वी चंपारण, गया, गोपालगंज, मुंगेर, नवादा, सिवान तथा सुपौल में एक-एक नया मरीज दर्ज किया गया है।
पटना में अब तक डेंगू के कुल 296 मामले सामने आ चुके हैं, जो राज्य के किसी भी अन्य जिले से कहीं अधिक है। यह स्थिति स्वास्थ्य अधिकारियों के लिए चिंता का विषय बन गई है और आवश्यक कदम उठाने की आवश्यकता है।