बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) ने 70वीं पीटी परीक्षा की तिथि में बदलाव किया है। पहले यह परीक्षा 17 नवंबर 2024 को आयोजित की जानी थी, लेकिन अपरिहार्य कारणों से तिथि को बदल दिया गया है।

इस संबंध में बीपीएससी ने सभी जिलाधिकारियों को एक पत्र भी भेजा है। नए परीक्षा कार्यक्रम की जानकारी जल्द ही दी जाएगी, और उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वे बीपीएससी की आधिकारिक वेबसाइट पर अपडेट के लिए नजर बनाए रखें

बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) ने 70वीं सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा (PT) की तिथि में बदलाव किया है। पहले यह परीक्षा 17 नवंबर 2024 को आयोजित की जानी थी, लेकिन अपरिहार्य कारणों से इसे स्थगित कर दिया गया है। अब यह परीक्षा 13 और 14 दिसंबर 2024 के बीच संभावित रूप से आयोजित की जाएगी। इस संबंध में बीपीएससी ने सभी जिलाधिकारियों को पत्र लिखा है, जिसमें जिलास्तर पर परीक्षा केंद्र की आवश्यकता को लेकर जानकारी दी गई है।

अभ्यर्थियों को सलाह दी जाती है कि वे नवीनतम सूचनाओं और परीक्षा तिथियों के लिए बीपीएससी की आधिकारिक वेबसाइट पर ध्यान दें।

बीपीएससी (बिहार लोक सेवा आयोग) के सचिव द्वारा लिखे गए पत्र में उल्लेख किया गया है कि सामान्य प्रशासन विभाग, बिहार द्वारा जिला स्तर पर संबंधित जिला पदाधिकारियों को बीपीएससी परीक्षाओं के लिए संयोजक नियुक्त किया गया है। इस पत्र में यह भी बताया गया है कि 70वीं सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा (PT) में लगभग 7-8 लाख उम्मीदवारों के शामिल होने की संभावना है, जिसके कारण जिला स्तर पर पर्याप्त संख्या में परीक्षा केंद्रों की आवश्यकता होगी।

बीपीएससी की ओर से संबंधित जिलाधिकारियों को इस बात की जानकारी दी गई है कि परीक्षा का सुचारू रूप से आयोजन सुनिश्चित करने के लिए जिला स्तर पर सभी आवश्यक व्यवस्थाएं की जाएं, ताकि इतने बड़े पैमाने पर होने वाली इस परीक्षा को बिना किसी बाधा के आयोजित किया जा सके।

यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि परीक्षा केंद्रों की पर्याप्त व्यवस्था की जाए ताकि परीक्षार्थियों को किसी तरह की कठिनाई का सामना न करना पड़े।

सभी परीक्षा केंद्रों में सुगम आवागमन सुनिश्चित करने के दिशा-निर्दे

उक्त परीक्षा के लिए जिलान्तर्गत प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थानों का चयन परीक्षा केंद्रों के रूप में किया जाएगा, जिसमें निम्नलिखित सुविधाओं का ध्यान रखा जाएगा:

  1. सुविधाओं की उपलब्धता: प्रत्येक परीक्षा केंद्र में चाहरदीवारी (बाउंड्री), प्रकाश, पानी, बैठने की व्यवस्था (बेंच), डेस्क, शौचालय और हर कक्षा में दीवार पर घड़ी की व्यवस्था की जानी चाहिए।
  2. आवागमन की सुविधा: सभी परीक्षा केंद्रों में आवागमन को सुगम बनाने के लिए आवश्यक उपाय किए जाएंगे।
  3. परीक्षा केंद्रों का चयन: आयोग के मापदंडों के अनुसार सरकारी और निजी प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थानों का चयन किया जाएगा, लेकिन निजी महाविद्यालयों को इस चयन से बाहर रखा जाएगा।
  4. बैठने की व्यवस्था: परीक्षा की अखंडता बनाए रखने के लिए, तीन फीट के बेंच पर केवल एक परीक्षार्थी और चार फीट के बेंच पर केवल दो परीक्षार्थियों के बैठने की व्यवस्था की जाएगी। साथ ही, एक बेंच से दूसरी बेंच के बीच की दूरी कम से कम तीन फीट होनी चाहिए।
  5. आवास का आकलन: परीक्षा केंद्रों का आवासीय आकलन उपरोक्त मापदंडों को ध्यान में रखते हुए किया जाएगा।

इस प्रकार की योजनाएं यह सुनिश्चित करेंगी कि परीक्षा के दौरान सभी परीक्षार्थियों को एक सुरक्षित और सुविधाजनक वातावरण प्राप्त हो।

18 अक्टूबर तक सभी आवश्यक सामग्री की उपलब्धता सुनिश्चित करें

अतः अनुरोध है कि अपने जिलान्तर्गत आयोग द्वारा वांछित आवासन (सूची संलग्न) के अनुसार अवस्थित सरकारी एवं प्रतिष्ठित निजी क्षेत्र के शिक्षण संस्थानों का चयन कर उक्त परीक्षा को शांतिपूर्ण, सुव्यवस्थित एवं कदाचार रहित संचालन हेतु परीक्षा केंद्रों का चयन किया जाए।

इसमें परीक्षा केंद्रों की ग्रेडिंग Excellent (A), Very Good (B) और Good (C) के आधार पर की जाएगी, साथ ही कमरों की संख्या भी अंकित की जाएगी।

आपसे निवेदन है कि यह आवासन सूची 18 अक्टूबर तक निश्चित रूप से उपलब्ध करवाई जाए, ताकि उक्त परीक्षा का आयोजन सफलतापूर्वक किया जा सके।

इस प्रक्रिया से यह सुनिश्चित होगा कि परीक्षा का आयोजन सभी आवश्यक मानदंडों के अनुरूप और एक सुरक्षित वातावरण में किया जा सके।

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