उत्तर प्रदेश में विधानसभा की 10 सीटों पर उपचुनाव को लेकर चुनाव आयोग मंगलवार को बड़ा ऐलान कर सकता है. चुनाव आयोग आज मंगलवार को महाराष्ट्र और झारखंड में विधानसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान करने जा रहा है. इस घोषणा के साथ ही संभावना जताई जा रही है कि उत्तर प्रदेश सहित अन्य स्थानों पर भी उपचुनावों की तारीखों का ऐलान किया जा सकता है.

उत्तर प्रदेश की जिन सीटों पर उपचुनाव होने हैं, उनमें मैनपुरी की करहल, कानपुर की सीसामऊ, प्रयागराज की फूलपुर, अंबेडकरनगर की कटेहरी, मिर्जापुर की मझवां, अयोध्या की मिल्कीपुर, गाजियाबाद सदर, अलीगढ़ की खैर, मुजफ्फरनगर की मीरापुर और मुरादाबाद की कुंदरकी सीट शामिल हैं.

समाजवादी पार्टी और कांग्रेस का संभावित गठबंधन

इस उपचुनाव में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस मिलकर मुकाबला करने की योजना बना रही हैं. सपा ने 6 सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. इसमें पीडीए को तरजीह दी गई है. इसपा के 4 और सीटें घोषित न करने के पीछे कांग्रेस के साथ गठबंधन की बात कही जा रही है. लेकिन कांग्रेस ने उपचुनाव में 5 सीटों की डिमांड कर रखी है. वहीं बीजेपी की योजना 10 में से 9 सीटों पर लड़ने की है, और एक सीट सहयोगी दल राष्ट्रीय लोकदल के लिए छोड़ सकती है.

प्रत्याशियों के नामों का ऐलान

समाजवादी पार्टी ने करहल से तेज प्रताप सिंह यादव, सीसामऊ से नसीम सोलंकी, फूलपुर से मुफ्तफा सिद्दीकी, मिल्कीपुर से अजीत प्रसाद, कटेहरी से शोभावती वर्मा और मझंवा से ज्योति बिंद को प्रत्याशी बनाया है. वहीं बहुजन समाज पार्टी ने भी चार सीटों पर अपने प्रत्याशियों के नामों का एलान कर दिया है. फिलहाल भाजपा गठबंधन और कांग्रेस ने अपने एक भी प्रत्याशी के नाम का ऐलान नहीं किया है.

उत्तर प्रदेश में कई सीटें विधायक के द्वारा सांसद चुने जाने के कारण खाली हुई हैं

बता दें कि उत्तर प्रदेश में कई सीटें विधायक के द्वारा सांसद चुने जाने के कारण खाली हुई हैं. मीरापुर में, जो पहले आरएलडी के पास थी, चंदन चौहान के बिजनौर से सांसद बनने के बाद यह सीट खाली हुई थी. इसी तरह, करहल सीट से सपा प्रमुख अखिलेश यादव विधायक थे, उन्होंने कन्नौज से सांसद चुने जाने के बाद इस्तीफा दिया.

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