गाजियाबाद में एक शख्स ने फंडेड अकाउंट के नाम पर साढ़े 5 लाख रुपये की ठगी का शिकार हो गया। यह मामला साइबर थाने में सामने आया है, जहां सेक्टर-3 राजेंद्र नगर के रहने वाले वासु जैन ने शिकायत दी है।

ठगी का तरीका

ठगों ने फंडेड अकाउंट के नाम पर वासु जैन को टारगेट किया। उन्हें सोशल मीडिया पर स्टॉक में निवेश के टिप्स का विडियो मिला था, जिसमें एक लिंक था। उस पर क्लिक कर वह एक ग्रुप में जुड़ गए। जुलाई में वह ग्रुप में आने वाले मेसेज के बारे में जानकारी करते रहे, जहां कई लोग कमाई कर रहे थे।

फंडेड अकाउंट का झांसा

एक व्यक्ति ने उनसे संपर्क किया और फंडेड अकाउंट के बारे में बताया। इस अकाउंट में उन्हें अपनी जेब से कुछ नहीं लगाना था। अकाउंट में मिलने वाले अमाउंट से उन्हें काम करना था, जिसमें उन्होंने 3 फीसदी का प्रॉफिट एक दिन में बनाया। इसके बाद आरोपियों ने अलग-अलग फीस और अकाउंट की पॉलिसी के नाम पर उनसे करीब साढ़े 5 लाख रुपये कई अकाउंट में ट्रांसफर करवा लिए।

पुलिस की कार्रवाई

पुलिस ने रिपोर्ट भेज बैंक से डिटेल मांगी है, जिन अकाउंट में रुपये गए। एडीसीपी क्राइम ने बताया कि इस मामले में ठगों ने फंडेड अकाउंट से पीड़ित को टारगेट किया है। बदमाशों के बारे में जानकारी करने के साथ लोगों को भी जागरूक किया जाएगा।

क्या होता है फंडेड अकाउंट?

फंडेड अकाउंट एक ऐसा अकाउंट होता है, जिसमें कोई तीसरा पक्ष ट्रेड करने के लिए पैसे देता है। लोगों को फंडेड अकाउंट के जरिए कंपनी के पैसे से प्रॉफिट बनाने के लिए कहा जाता है, जिसमें अपना कुछ पैसा नहीं लगने के कारण लोग उसे ट्राई करते हैं। ठग शुरुआत में अच्छा रिटर्न देते हैं। इसके बाद आरोपी रुपये फंसाना शुरू करते हैं और उसके नाम पर लोगों से वसूली की जाती है।

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