जम्मू-कश्मीर, बिहार, गोवा और मेघालय जैसे राज्यों के राज्यपाल रह चुके वरिष्ठ राजनेता सत्यपाल मलिक का मंगलवार को निधन हो गया। 79 वर्षीय मलिक ने दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में दोपहर 1:10 बजे अंतिम सांस ली। वह पिछले कई हफ्तों से बीमार चल रहे थे और अस्पताल में इलाजरत थे।

X हैंडल से मिली निधन की जानकारी

उनके निधन की आधिकारिक जानकारी उनके ही X (पूर्व ट्विटर) अकाउंट से साझा की गई। पोस्ट में लिखा गया —
“पूर्व गवर्नर चौधरी सत्यपाल सिंह मलिक जी अब हमारे बीच नहीं रहे।”

अस्पताल से खुद दी थी तबीयत की जानकारी

इससे पहले मई महीने में सत्यपाल मलिक ने खुद एक पोस्ट के ज़रिए अपनी तबीयत को लेकर जानकारी दी थी। उन्होंने अस्पताल में भर्ती होने की तस्वीर साझा करते हुए लिखा था —
“मेरे स्वास्थ्य की स्थिति काफी गंभीर है। मैं फिलहाल RML अस्पताल में भर्ती हूं और किसी से बातचीत की स्थिति में नहीं हूं।”

गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से थे पीड़ित

11 मई को उन्हें पेशाब और किडनी से जुड़ी समस्याओं के चलते अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनकी हालत बिगड़ने पर डॉक्टरों ने उन्हें ICU में शिफ्ट कर दिया था, जहां वह लगातार इलाज के तहत रहे।


एक निडर और स्पष्टवादी राजनेता का सफर

  • सत्यपाल मलिक का जन्म 24 जुलाई 1946 को उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में हुआ था।

  • उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत भारतीय क्रांति दल से की थी। बाद में वह कांग्रेस, जनता दल, लोक दल, और समाजवादी पार्टी से होते हुए भाजपा में शामिल हुए।

  • वे 1980 से 1989 तक राज्यसभा सदस्य रहे और 1989 में अलीगढ़ से लोकसभा सांसद चुने गए।

  • उन्होंने 2017 में बिहार, 2018 में जम्मू-कश्मीर, 2019 में गोवा, और 2020 में मेघालय के राज्यपाल के रूप में कार्य किया।


नेताओं ने जताया शोक

पूर्व राज्यपाल के निधन की खबर से राजनीतिक गलियारों में शोक की लहर है। JJP नेता दुष्यंत चौटाला ने X पर पोस्ट करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी और उनके निधन को देश की राजनीति के लिए बड़ी क्षति बताया।

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