गुजरात में भारी बारिश और बाढ़ के कारण हालात बहुत गंभीर हो गए हैं। मरने वालों की संख्या 35 तक पहुँच गई है, जिसमें बुधवार को ही 25 नई मौतें शामिल हैं।

 

ये मौतें बारिश के दौरान हुई घटनाओं की वजह से हुई हैं। आईएमडी ने सौराष्ट्र के 12 जिलों के लिए 29 अगस्त को रेड अलर्ट जारी किया है, जिससे संकेत मिलता है कि आने वाले दिनों में मौसम की स्थिति और भी खराब हो सकती है। राहत और बचाव कार्यों के लिए पूरी कोशिश की जा रही है, और लोगों से सुरक्षित स्थान पर रहने की अपील की जा रही है।

गुजरात में भारी बारिश और बाढ़ के चलते स्थिति गंभीर होती जा रही है। आधा दर्जन जिलों में बाढ़ की वजह से बुधवार को 25 और लोगों की मौत हो गई, जिससे कुल मृतकों की संख्या बढ़कर 35 हो गई है। बाढ़ से प्रभावित वडोदरा में मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने सेना के चार कॉलम की अतिरिक्त तैनाती के निर्देश दिए हैं, ताकि राहत और बचाव कार्यों को तेजी से अंजाम दिया जा सके।

आईएमडी ने सौराष्ट्र के 12 जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है, जिसमें भारी बारिश की आशंका जताई गई है। वहीं, मध्य गुजरात के अहमदाबाद और वडोदरा जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है।

मौसम विभाग की भविष्यवाणी के अनुसार, इन क्षेत्रों में भी भारी बारिश की संभावना है, जिससे स्थिति और बिगड़ सकती है। राहत और बचाव कार्यों के लिए सभी संसाधन जुटाए जा रहे हैं और लोगों को सुरक्षित स्थान पर रहने की सलाह दी जा रही है।

सौराष्ट्र में भारी बारिश और बाढ़ की स्थिति को देखते हुए प्रधानमंत्री ने स्थिति का जायजा लेने के लिए राज्य के अधिकारियों से फोन पर बात की है।

गुजरात में भारी बारिश और बाढ़ के हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से बातचीत की थी और राज्य को हर संभव मदद का भरोसा दिया।

सौराष्ट्र क्षेत्र में विशेष रूप से देवभूमि द्वारका, जामनगर, राजकोट, और पोरबंदर जिलों में शाम 6 बजे तक 12 घंटों में 50 मिमी से लेकर 200 मिमी तक बारिश हुई है। इस भारी बारिश के कारण कई इलाकों में स्थिति बेकाबू हो गई है। वडोदरा में बाढ़ की स्थिति विश्वामित्री नदी के उफनाने से उत्पन्न हुई है, जिसमें आजवा डैम से पानी छोड़ा गया था।

बुधवार को लगातार चौथे दिन भारी बारिश के चलते बाढ़ प्रभावित इलाकों से करीब 17,800 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर निकाल लिया गया है। राहत और बचाव कार्य तेजी से चल रहे हैं और प्रभावित लोगों के लिए हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है।

 

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