युवाओं के लिए एक उत्साहजनक खबर है! उत्तर प्रदेश में अगले एक या दो साल में एक लाख पुलिस जवानों की भर्ती की जाएगी। यह घोषणा सीएम योगी आदित्यनाथ ने वाराणसी में की।

उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इस भर्ती प्रक्रिया में किसी प्रकार का भेदभाव नहीं होगा, जैसा कि पिछली सरकारों में देखा गया था। यह पहल न केवल रोजगार के अवसर प्रदान करेगी, बल्कि राज्य की पुलिस व्यवस्था को भी मजबूत करेगी। युवाओं को इस सुनहरे अवसर का लाभ उठाने के लिए तैयार रहना चाहिए

यह खबर युवाओं और नौकरी की तलाश कर रहे लोगों के लिए बहुत अच्छी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को काशी के लालपुर स्थित पं. दीनदयाल उपाध्याय हस्तकला संकुल (टीएफसी) में आयोजित भाजयुमो की प्रदेश स्तरीय कार्यशाला में बड़ी घोषणा की। उन्होंने बताया कि अगले दो साल में उत्तर प्रदेश पुलिस में एक लाख पुलिस जवानों की भर्ती की जाएगी।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने भाजयुमो के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि इस भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित की जाएगी, और भेदभाव की कोई गुंजाइश नहीं होगी। यह कदम युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर प्रदान करेगा और पुलिस बल को मजबूत करेगा।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपनी घोषणा में कहा कि आने वाली पुलिस भर्ती में किसी भी प्रकार का भेदभाव नहीं किया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनकी नीति “जीरो टॉलरेन्स” की है, यानी पूरी पारदर्शिता और निष्पक्षता के साथ काम किया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने एसपी और कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि इन दलों ने राजनीति के माध्यम से सामाजिक ताने-बाने को नुकसान पहुँचाया है। उन्होंने जनता को चेतावनी दी कि इन अनाधिकृत तत्वों से बचकर रहना चाहिए।

इस प्रकार, मुख्यमंत्री का संदेश स्पष्ट है कि आगामी पुलिस भर्ती में पारदर्शिता सुनिश्चित की जाएगी और राजनीति के नकारात्मक प्रभावों से बचाव किया जाएगा।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में अपनी बयानबाजी में विपक्षी दलों की राजनीति और अपनी सरकार की उपलब्धियों के बीच अंतर स्पष्ट किया। उन्होंने कहा कि पिछले वर्षों में विपक्षी दलों ने देश पर शासन किया,

लेकिन देश के लिए कोई ठोस काम नहीं किया। उनके अनुसार, विपक्षी दल राजनीति की कीमत पर देश की कीमत चुकाते हैं, जबकि भाजपा देश के लिए काम करती है।सीएम योगी ने 2017 में भाजपा के सत्ता में आने के बाद से उत्तर प्रदेश की आर्थिक स्थिति में सुधार की जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि उस समय उत्तर प्रदेश जनसंख्या के मामले में पहले नंबर पर था, लेकिन अर्थव्यवस्था के मामले में सातवें नंबर पर था। आज, यूपी देश की अर्थव्यवस्था में दूसरे नंबर पर है।

उन्होंने यह भी कहा कि 2023 में जब प्रदेश सरकार ने इंवेस्टर समिट का आयोजन किया, तो 40 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए, जिससे करीब डेढ़ करोड़ युवाओं को रोजगार मिला। पहले ये युवा मुंबई और विदेशों में रोजगार की तलाश में जाते थे।

सीएम योगी ने जोर देते हुए कहा कि निवेश की वृद्धि इस कारण हो रही है कि उनकी सरकार व्यापारियों और आम जनता को सुरक्षा प्रदान कर रही है। 2017 से पहले, यूपी की पहचान संकट में थी, बाहरी निवेशक यहां आना नहीं चाहते थे,

बेटियां असुरक्षित थीं, और व्यापारियों का व्यापार प्रभावित हो रहा था। अब, उनकी सरकार ने सुरक्षा और समृद्धि के मामले में राज्य की छवि को सुधारने के लिए काम किया है।

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