राजस्थान की राजधानी जयपुर में एक अनोखी चोरी की घटना ने सबको चौंका दिया है। चोरों ने एक घर से 50 तोला सोने के जेवरात चुरा लिए और 15 दिन बाद 35 तोला सोने के जेवरात को घर के बाहर फेंक दिया। यह घटना न केवल चौंकाने वाली है, बल्कि इसमें एक रहस्य भी छिपा हुआ है, जिसे जानने के लिए हर कोई उत्सुक है। आइए इस घटना के सभी पहलुओं को विस्तार से समझते हैं।
घटना का विवरण
चोरी की तारीख और स्थान
- तारीख: 25 अक्टूबर 2024
- स्थान: जयपुर, ऑफिसर ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट के पब्लिक रिलेशन ऑफिसर (PRO) डॉ. अमृत कौर का घर।
चोरी का तरीका
- चोरों ने घर के पीछे लगी जाली को काटकर अंदर प्रवेश किया।
- घर में प्रवेश करने के बाद, चोरों ने अलमारी को बिखेर दिया और 50 तोला सोने के जेवरात और 50,000 रुपये चुरा लिए।
चोरी के बाद की स्थिति
- चोरी के बाद, डॉ. अमृत कौर जब 25 अक्टूबर को घर आईं, तो उन्होंने देखा कि घर का सारा सामान बिखरा हुआ था।
- उन्होंने तुरंत गांधीनगर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई।
चोरों द्वारा वापस फेंके गए जेवरात
15 दिन बाद की घटना
- 10 नवंबर 2024 को, डॉ. अमृत कौर ने घर के लॉन में एक बैग पाया, जिसमें चोरी किए गए सोने के जेवरात थे।
- बैग में 35 तोला सोने के जेवरात थे, जिसमें दो सोने की चेन, दो मंगलसूत्र, छह अंगूठियां, डायमंड सेट, सोने की चूड़ियां, टॉप्स और चांदी के कड़े शामिल थे।
चोरी के बाद की कार्रवाई
- चोरों ने बैग में से 15 तोला सोने के जेवर और 50,000 रुपये निकाल लिए थे।
- यह स्पष्ट नहीं है कि चोरों ने ऐसा क्यों किया, लेकिन यह संदेह है कि वे किसी प्रकार के डर या दबाव में थे।
पुलिस की जांच
पुलिस की प्रतिक्रिया
- गांधीनगर थाने के SHO राजकुमार ने बताया कि चोरों की पहचान के लिए सफाईकर्मी और परिचित दंपति से पूछताछ की जा रही थी।
- पुलिस को शक है कि यह चोरी घर में काम करने वाले किसी कर्मचारी या उनके जानने वालों द्वारा की गई थी।
पुलिस की जांच के दौरान खुलासे
- अमृत कौर ने बताया कि उन्होंने चोरी के बाद तंत्र-मंत्र का उपयोग किया था और चोरों के चेहरे को पानी में देखा था।
- इसके बाद, संदिग्धों ने थाने में गिड़गिड़ाना शुरू कर दिया और उसी रात जेवर फेंक दिए।
घटना के सामाजिक और मनोवैज्ञानिक पहलू
सामाजिक प्रभाव
- इस घटना ने जयपुर के लोगों में भय और असुरक्षा का माहौल पैदा कर दिया है।
- लोग अब अपने घरों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं और चोरी की घटनाओं को रोकने के लिए उपायों पर विचार कर रहे हैं।
मनोवैज्ञानिक प्रभाव
- डॉ. अमृत कौर के लिए यह घटना मानसिक तनाव का कारण बनी है।
- चोरी के बाद उनकी मनोस्थिति को समझना जरूरी है, क्योंकि इस प्रकार की घटनाएं व्यक्ति के मानसिक स्वास्थ्य पर गहरा असर डाल सकती हैं।