लखनऊ में पुलिस कस्टडी में एक युवक की मौत का मामला अब राजनीतिक तूल पकड़ चुका है। इस घटना पर मायावती ने टिप्पणी की है

जिसमें उन्होंने मांग की है कि इस मामले में शामिल पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। उनका कहना है कि इस तरह की घटनाएं कानून व्यवस्था पर प्रश्नचिन्ह लगाती हैं और दोषियों को सख्त सजा मिलनी चाहिए।

यह मामला न केवल स्थानीय लोगों के बीच गुस्से का कारण बना है, बल्कि विभिन्न राजनीतिक दलों द्वारा भी इसे गंभीरता से लिया जा रहा है। प्रदर्शनकारियों ने इस घटना के विरोध में सड़कें जाम कर दी हैं, जिससे स्थिति और भी तनावपूर्ण हो गई है।

विकासनगर सेक्टर-8 में युवक की मौत के मामले में शनिवार को पुलिस पर परिजनों और स्थानीय लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। पुलिस की पिटाई से युवक की मौत होने के आरोप के चलते कई लोग और परिजन खुर्रमनगर चौराहे के पास इकट्ठा होकर जाम लगाकर प्रदर्शन करने लगे।

सूचना मिलने पर कई थानों का फोर्स, एडीसीपी (एडिशनल डिप्टी पुलिस कमिश्नर) और एसीपी (असिस्टेंट कमिश्नर ऑफ पुलिस) मौके पर पहुंचे। उन्होंने परिजनों को समझाकर स्थिति को शांत कराने का प्रयास किया, लेकिन गुस्सा अभी भी बना हुआ है। यह घटना न केवल स्थानीय समुदाय में आक्रोश पैदा कर रही है, बल्कि पुलिस की कार्रवाई पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं।

सूचना मिलने पर कई थानों का फोर्स, एडीसीपी (एडिशनल डिप्टी पुलिस कमिश्नर) और एसीपी (असिस्टेंट कमिश्नर ऑफ पुलिस) मौके पर पहुंचे। उन्होंने परिजनों को समझाकर स्थिति को शांत कराने का प्रयास किया, लेकिन गुस्सा अभी भी बना हुआ है।

यह घटना न केवल स्थानीय समुदाय में आक्रोश पैदा कर रही है, बल्कि पुलिस की कार्रवाई पर भी गंभीर सवाल उठाए जा रहे हैं। स्थानीय लोग न्याय की मांग कर रहे हैं और दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की अपेक्षा कर रहे हैं। प्रदर्शन के दौरान लोगों ने शांति बनाए रखने का प्रयास किया, लेकिन दुख और आक्रोश की भावना उनके बीच स्पष्ट रूप से देखी जा सकती है। इस मामले ने एक बार फिर से पुलिस की कार्यशैली और नागरिक अधिकारों के संरक्षण पर चर्चा को जन्म दिया है।

अमन के परिवार में पत्नी रोशनी और तीन साल की बेटी है। अभी भी प्रदर्शन जारी है, और परिजनों ने मांग की है कि इस घटना में शामिल सभी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। उनका कहना है कि उन्हें न्याय चाहिए और वे तब तक शांत नहीं होंगे जब तक कि दोषियों को सजा नहीं मिलती। इस घटना ने क्षेत्र में भारी आक्रोश पैदा कर दिया है और स्थानीय समुदाय पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठा रहा है।

बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने राजधानी लखनऊ में दलित युवक की मौत के मामले में जिम्मेदार पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। उन्होंने शनिवार को एक बयान जारी करते हुए कहा कि मोहल्ला गंजरहापुरवा स्थित डा. भीमराव अम्बेडकर पार्क में घूमने गए एक दलित युवक के साथ कल शाम पुलिस द्वारा की गई बर्बरता और पिटाई के कारण हुई मौत की घटना अत्यंत दुखद है।

मायावती ने कहा कि इस घटना के बाद लोगों में रोष व्याप्त है और सरकार को चाहिए कि दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे। उन्होंने यह भी कहा कि पीड़ित परिवार को पूरी मदद मिलनी चाहिए। यह मामला न केवल कानून व्यवस्था पर सवाल उठाता है, बल्कि यह सामाजिक न्याय की आवश्यकता को भी दर्शाता है। मायावती ने सरकार से यह सुनिश्चित करने की अपील की कि इस तरह की घटनाएं भविष्य में न हों और पीड़ित परिवार को न्याय मिले।

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