आरक्षण पर सुप्रीम कोर्ट के हालिया फैसले के विरोध में दलित और आदिवासी संगठनों ने बुधवार को ‘भारत बंद’ का आह्वान किया। बरेली में इस बंद का असर सीमित रहा, लेकिन आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति के बैनर तले हजारों लोग सड़कों पर उतर आए। भीम आर्मी और आजाद समाज पार्टी सहित कई संगठनों ने सड़कों पर जोरदार प्रदर्शन किया।

दोपहर करीब साढ़े 12 बजे सैकड़ों प्रदर्शनकारी चौकी चौराहे पर जमा हो गए और नारेबाजी करते हुए विरोध प्रदर्शन किया। इसके बाद वे कलक्ट्रेट पहुंचे और करीब 30 मिनट तक प्रदर्शन करने के बाद लौट गए।

इसके अतिरिक्त, शाहजहांपुर और बदायूं में भी आरक्षण पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ प्रदर्शन हुआ। लखीमपुर खीरी में भी रैली निकालकर विरोध जताया गया।

शाहजहांपुर में बुधवार सुबह दस बजे से खिरनीबाग स्थित जीआईसी मैदान में विभिन्न संगठनों के सैकड़ों कार्यकर्ता एकत्र हुए। यहां से एक रैली निकाली गई, जो अंटा चौराहा, अंजान चौकी, घंटाघर, बहादुरगंज और सदर बाजार होते हुए फिर से खिरनीबाग मैदान पर समाप्त हुई। हालांकि, भारत बंद का आह्वान यहां पूरी तरह से निष्प्रभावी नजर आया। शहर का पूरा मार्केट खुला रहा और सामान्य गतिविधियाँ जारी रहीं।

प्रदर्शनकारियों की मुख्य मांग थी कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा एससी-एसटी आरक्षण के उपवर्गीकरण से संबंधित आदेश को संसद द्वारा रद्द किया जाए और आरक्षण को संविधान की नौवीं अनुसूची में शामिल किया जाए। इस दौरान रैली में सैकड़ों लोगों ने जमकर नारेबाजी की और अपनी मांगों को जोरदार तरीके से पेश किया। समाजवादी पार्टी (सपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के कई पदाधिकारी भी रैली में शामिल हुए और प्रदर्शनकारियों की मांगों का समर्थन किया।

लखीमपुर खीरी जिले में भारत बंद का असर नजर नहीं आया। सुबह से ही शहर के बाजार खुले रहे। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और अन्य संगठनों ने रैली निकाली और विरोध प्रदर्शन किया। रैली ने बाजार क्षेत्र का भ्रमण करते हुए कलक्ट्रेट तक मार्च किया। इस दौरान पुलिस प्रशासन सतर्क और चौकस रहा।

भारत बंद के आह्वान के मद्देनजर बरेली में उच्च स्तर का अलर्ट जारी किया गया है। एसएसपी अनुराग आर्य ने शहर के 175 प्वाइंट्स पर पुलिस की ड्यूटी लगाई है और अतिरिक्त सुरक्षा के लिए 200 रिक्रूट भी तैनात किए गए हैं। बाजारों की निगरानी के लिए 100 गाड़ियों की व्यवस्था की गई है। इस पूरी व्यवस्था के तहत सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।

By