एससी-एसटी आरक्षण में क्रीमी लेयर पर सुप्रीम कोर्ट के हालिया फैसले के खिलाफ आज देशभर के 21 संगठनों ने भारत बंद का आह्वान किया है। इस बंद का असर मिला-जुला देखने को मिल रहा है। अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के आरक्षण को बचाने के लिए संघर्ष समिति ने यह फैसला लिया है।

भारत बंद के चलते, सरकार ने कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। हालांकि, बिहार की राजधानी पटना में बंद के दौरान भारी बवाल हुआ, जिसमें पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया। बिहार के अन्य शहरों में भी बंद समर्थक सड़कों पर उतरे।

राजस्थान के जयपुर और अजमेर समेत कई इलाकों में भी भारत बंद का असर देखा गया। इस स्थिति पर नजर रखने के लिए हर पल अपडेट मिल रहा है।

राजस्थान के कई जिलों में ‘भारत बंद’ होने का दिखा असर

एससी-एसटी आरक्षण में ‘क्रीमी लेयर’ पर उच्चतम न्यायालय के फैसले के विरोध में बुधवार को बुलाए गए ‘भारत बंद’ का राजस्थान में मिला-जुला असर देखने को मिला।

राजधानी जयपुर, अजमेर और अन्य प्रमुख शहरों में प्रमुख बाजार बंद रहे और सड़कों पर आवागमन कम रहा। प्रशासन ने सुरक्षा के मद्देनजर जयपुर और अन्य जिलों में स्कूलों और कॉलेजों को छुट्टी घोषित कर दी। यह ‘बंद’ सुबह नौ बजे शुरू हुआ और इसके प्रभाव के चलते प्रमुख बाजारों की दुकानें बंद रहीं, जबकि रोडवेज की बसें भी नहीं चल रही थीं, जिससे लोगों को परेशानी हुई।

जयपुर की सड़कों पर भी अपेक्षाकृत कम वाहन देखे गए। ‘बंद’ का आह्वान करने वाले संगठनों के कार्यकर्ताओं ने रैलियां निकालीं। पुलिस ने किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए अतिरिक्त बल तैनात किया है।

आरक्षण के मुद्दे पर यूपी में भारत बंद को सपा, BSP का समर्थन

अनुसूचित जाति और जनजाति के आरक्षण में क्रीमी लेयर पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के विरोध में दलित और आदिवासी संगठनों ने बुधवार को ‘भारत बंद’ का आह्वान किया। इस बंद को उत्तर प्रदेश में सपा, बसपा, आजाद पार्टी समेत कई संगठनों का समर्थन मिला।

लखनऊ के हजरतगंज चौराहे पर बसपा कार्यकर्ताओं ने अंबेडकर प्रतिमा के पास विरोध-प्रदर्शन किया। इस दौरान उनके हाथों में आरक्षण बचाने के लिए बैनर और पोस्टर थे। प्रदर्शन में बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल हुईं। प्रदर्शनकारियों ने ‘अभी तो ये अंगड़ाई है, आगे और लड़ाई है’ जैसे नारे लगाते हुए केंद्र सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की।

पटना में ‘भारत बंद’ का प्रभाव देखने को मिल रहा है

पटना में ‘भारत बंद’ के दौरान डाक बंगला चौराहे पर स्थिति गंभीर हो गई। यहां पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए बल प्रयोग किया, जिससे लाठीचार्ज की स्थिति उत्पन्न हो गई। इस दौरान लोगों की भीड़ भागने लगी।

गलती से, एक पुलिसकर्मी ने एसडीओ को लाठी मार दी। जैसे ही अन्य पुलिसकर्मियों ने देखा कि उन्होंने किसे लाठी मारी है, उन्होंने तुरंत पुलिसकर्मी को रोका और स्थिति को शांत किया। एसडीओ को चोटें आईं, लेकिन पुलिस ने बाद में माफी मांगी और गलती स्वीकार की।

गुजरात में भारत बंद के दौरान माल गाड़ी को रोका गया

सुप्रीम कोर्ट द्वारा अनुसूचित जाति (SC) आरक्षण में क्रीमी लेयर लागू करने के फैसले के विरोध में आज देशभर में ‘भारत बंद’ का प्रभाव देखा गया।

बिहार में बंद का सबसे ज्यादा असर देखने को मिला, जहां प्रमुख शहरों और सड़कों पर बंद का व्यापक प्रभाव पड़ा। इसके अलावा, राजस्थान, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में भी इस मुद्दे को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। इन राज्यों में सुरक्षा और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए विशेष कदम उठाए गए हैं।

बिहार के औरंगाबाद में लोग क्यों नहीं सुप्रीम कोर्ट के फैसले से खुश नहीं

औरंगाबाद में सुप्रीम कोर्ट के आरक्षण के फैसले के खिलाफ ‘भारत बंद’ को सफल बनाने के लिए भीम आर्मी के कार्यकर्ता सड़कों पर उतर आए। मदनपुर के शिवनाथ बिगहा मोड़ पर उन्होंने एनएच-19 को जाम कर दिया।

उनका कहना था कि अनुसूचित जाति और जनजाति के आरक्षण में क्रीमी लेयर और कोटा में कोटा लागू करने का फैसला पूरी तरह से अन्यायपूर्ण है। इसी कारण उन्होंने इसका विरोध किया और बंद को सफल बनाने के लिए सड़कों पर उतरकर विरोध प्रकट किया।

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